बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ सख्त एक्शन, 4 बैंक खातों में 42 लाख रुपये फ्रीज

बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का फर्जी वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप और युवराज सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हासिल कर लिया है. मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई को वित्तीय अनियमितता के भी प्रमाण मिले हैं. उनके 4 बैंक अकाउंट फ्रीज किए गए हैं.

Advertisement
बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप पर एक और FIR दर्ज (Pic: Twitter) बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप पर एक और FIR दर्ज (Pic: Twitter)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:47 AM IST

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत को जल्द ही गिरफ्तार करेगी. दोनों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं. दोनों के बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कर दिया गया है. 

Advertisement

बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के बैंक खातों में जमा राशि को फ्रीज करा दिया है. इसमें कुल 42.11 लाख रुपये की राशि है. बिहार पुलिस का कहना है कि इनके SBI के खाते में 3,37,496 रुपये, IDFC BANK के खाते में 51,069 रुपये, HDFC BANK के खाते में 3,37,463 रुपये इसके अलावा SACHTAK Foundation के HDFC BANK के खाते में 34,85,909 रुपये जमा हैं. 

3. मनीष कश्यप के बैंक खातों में उपलब्ध राशि को फ्रीज कराया गया। इनके SBI के खाते में 3,37,496 रु0, IDFC BANK के खाते में 51,069 रु0, HDFC BANK के खाते में 3,37,463 रुपये तथा SACHTAK Foundation के HDFC BANK के खाते में 34,85,909 रु0 उपलब्ध हैं।कुल राशि 42,11,937 रुपये है।(3/7)

— Bihar Police (@bihar_police) March 15, 2023

फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप 

बता दें कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों के खिलाफ कथित रूप से हो रहे हमले को लेकर फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप है. इस मामले में उस पर पहले से FIR दर्ज है. मनीष का ट्विटर अकाउंट भी ब्लॉक हो चुका है. मगर, इस बीच उसके नाम से एक नया अकाउंट (manishkashyap43) बनाया गया और ट्वीट कर दावा किया गया कि बिहार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. 

Advertisement

इसके बाद बिहार पुलिस ने ट्वीट कर साफ किया था कि मनीष और युवराज को गिरफ्तार नहीं किया गया. वह एक फर्जी पोस्ट था. गिरफ्तारी की अफवाह फैलाकर लोगों को भ्रमित करने के आरोप में EOU ने FIR नंबर 5/23 दर्ज की थी. 

5.मनीष कश्यप के नाम से संचालित @manishkashyap43 Twitter हैण्डल पर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की एक छवि (PHOTO) पोस्ट करके असत्य, अफवाह जनक एवं भ्रामक सन्देश फैलाकर लोगों को दिग्भ्रमित करने के आरोप में आर्थिक अपराध थाना काण्ड सं0-05/23 अंकित किया गया है। (5/7)

— Bihar Police (@bihar_police) March 15, 2023

 मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है

जानकारी के मुताबिक मनीष कश्यप का जन्म 9 मार्च 1991 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव में हुआ था. वह खुद को 'सन ऑफ़ बिहार' (Manish Kasyap, Son of Bihar) लिखता है. मनीष का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है. इस नाम के पीछे वो 'कश्यप' लगाता है. हालांकि ज्यादातर जगहों पर 'मनीष' लिखता है. 

मनीष की शुरुआती शिक्षा गांव से ही हुई. उसने साल 2009 में 12वीं पास की. इसके बाद में महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय से उच्च शिक्षा पूरी हुई. मनीष ने साल 2016 में पुणे की सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में B.E. की डिग्री ली है. लेकिन इस सेक्टर की नौकरी नहीं की. डिग्री लेने के दो साल बाद यूट्यूब चैनल बनाकर पत्रकारिता करने लगे.

Advertisement

2020 में चुनाव लड़ चुका है मनीष 

साल 2020 में बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से त्रिपुरारी उर्फ मनीष ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. नामांकन के समय चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने बतौर प्रत्याशी अपना नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी बताया है. उनकी मां मधु गृहिणी हैं. पिता उदित कुमार तिवारी भारतीय सेना में रहे हैं जिन पर मनीष को बहुत ज्यादा गर्व है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement