छात्रा की रैगिंग करने वाले 12 छात्रों का वीडियो वायरल, कॉलेज ने निकाला, जानें पूरा मामला

ओडिशा के गंजम जिले में एक सरकारी कॉलेज के अधिकारियों ने कथित तौर पर एक छात्रा की रैगिंग में शामिल 12 छात्रों को संस्थान से निष्कासित करने का फैसला किया है. एक अधिकारिक बयान के अनुसार कॉलेज ने शनिवार को एक छात्रा की रैगिंग में शामिल 12 छात्रों पर ये कार्रवाई की.

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प्रतीकात्मक फोटो (Getty) प्रतीकात्मक फोटो (Getty)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 18 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

ओडिशा के एक सरकारी कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है. मामला गंजम जिले में एक सरकारी कॉलेज का बताया जा रहा है. जहां अधिकारियों ने कथित तौर पर एक छात्रा की रैगिंग में शामिल 12 छात्रों को संस्थान से निष्कासित करने का फैसला किया है. 

एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी को बताया कि पुलिस ने रैगिंग की घटना में शामिल होने के आरोप में दो किशोरों (प्लस टू) और तीन वयस्क प्लस थ्री (द्वितीय वर्ष) के छात्रों सहित पांच छात्रों को गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने बताया कि बिनायक आचार्य कॉलेज ने शनिवार को एक छात्रा की रैगिंग में शामिल 12 छात्रों को संस्थान से निकालने का फैसला किया है. 

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अध‍िकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के जरिए हमने रैगिंग में शामिल छात्रों की पहचान कर ली है. कॉलेज प्राचार्य  प्रमिला खडंगा ने कहा कि इन सभी को अनिवार्य स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) देकर कॉलेज से निष्कासित कर दिया जाएगा.
प्राचार्य ने कहा कि प्लस टू (द्वितीय वर्ष) के ऐसे छात्र जिन्होंने वार्षिक परीक्षा के फॉर्म भरे हैं और रैगिंग में शामिल हैं, उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हम घटना के बारे में उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद को लिखेंगे.
 
खडंगा ने कहा कि 12 छात्रों को कॉलेज से निकालने का फैसला गुरुवार को हुई अनुशासन समिति और एंटी रैगिंग सेल की बैठक में लिया गया. उन्होंने कहा कि निष्कासन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में छात्रों का एक समूह एक जूनियर छात्रा को परेशान करता नजर आ रहा है. पीड़िता ने बुधवार को बड़ा बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
 
इस बीच, पुलिस अधीक्षक, बेरहामपुर, सरबन विवेक एम ने कॉलेज के प्राचार्य के साथ सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार संस्थान में रैगिंग-विरोधी तंत्र पर चर्चा की. पुलिस ने प्रवेश और अन्य औपचारिकताओं के समय घटना में शामिल छात्रों और उनके उपक्रमों की पहचान भी मांगी. 

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एसपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच छात्रों में से तीन की उम्र 18 साल से अधिक है. हम घटना में शामिल अन्य लोगों की जांच कर रहे हैं. यह केवल रैगिंग का मामला नहीं है, बल्कि पीड़िता के यौन उत्पीड़न का मामला है. एसपी ने कहा कि रैगिंग की धाराओं के अलावा पुलिस पॉक्सो एक्ट और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत भी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करेगी. 

एसपी ने कहा कि छात्र, शिक्षक और अभिभावक टोल फ्री नंबर 112 डायल कर किसी भी संस्थान में फोन पर रैगिंग की सूचना दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर संस्थान की एंटी रैगिंग सेल ठीक से काम नहीं कर रही है तो वे नजदीकी पुलिस स्टेशन को भी रिपोर्ट कर सकते हैं. 

 

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