Medicinal Plant Cultivation: खेती-किसानी में रोजाना नए-नए प्रयोग हो रहे हैं. परंपरागत खेती से इतर लोग मुनाफे वाली फसलों की तरफ लोग तेजी से रूख कर रहे हैं. बता दें कि किसानों के बीच औषधीय फसलों की खेती भी बेहद तेजी से लोकप्रिय हो रही है. सरकार द्वारा भी बड़े स्तर पर इन फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
हालांकि, ज्यादातर किसानों को औषधीय फसलों की खेती को लेकर जानकारी नहीं होती है. ऐसे में बिना जानकारी इन फसलों की खेती से उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है. अगर औषधीय फसलों की बुवाई सही समय पर की जाए तो हम अच्छी उपज हासिल कर सकते हैं. हम आपको बता रहे हैं कि अगस्त में किसान किन औषधीय फसलों की बुवाई कर सकता है.
कलिहारी की खेती
अगस्त का महीना कलिहारी की बुवाई के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त है. इसके लिए दोमट मिट्टी की जरूरत रहती है. मॉनसून में इसकी खेती करने से फसल को सिंचाई की ज्यादा आवश्यकता नहीं पड़ती है. अगर 1 हेक्टेयर क्षेत्र में कलिहारी की रोपाई करनी है, तो करीब 10 क्विंटल कंदों यानी कलिहारी के फल की आवश्यकता होती है. खाद के तौर पर गोबर का उपयोग कर इस फसल को अच्छा पोषण दिया जा सकता है.
सनाय की खेती
अगस्त के महीने में बोई जानी वाली फसलों में से सनाय भी एक फसल है. यह फसल भी अपने औषधीय गुणों की वजह से किसानों के बीच लोकप्रिय है. इसकी बुवाई लाइनों और डिब्लर विधि से होती है. इस विधि में करीब 6 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज की जरूरत पड़ती है.
बढ़िया है मुनाफा
बता दें इन दोनों पौधों की पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के खिलाफ किया जाता है. इसके अलावा इनकी छाल से लेकर पत्ते तक का इस्तेमाल दवाईयों को बनाने में होता है. ऐसे में इन्हें आप दवा निर्माता कंपनियों को बेचकर ठीक-ठाक मुनाफा कमा सकते हैं.