पाकिस्तान में एक महिला को ईशनिंदा के आरोप में सजा-ए-मौत सुनाई गई है. महिला स्कूल की प्रिंसिपल रह चुकी है और उसने खुद को इस्लाम का अगला पैगंबर बताया था.
लाहौर की सेंशस कोर्ट ने सोमवार को सलमा तनवीर नाम की महिला पर 29 डॉलर रुपये का जुर्माना लगाया और मौत की सजा सुनाई. जज ने अपने फैसले में कहा कि सलमा ने पैंगबर मोहम्मद को इस्लाम का आखिरी मोहम्मद मानने से इनकार किया है, ऐसे में उसे ये सज़ा दी जा रही है.
दरअसल, लाहौर पुलिस ने साल 2013 में सलमा तनवीर पर ये केस दर्ज किया गया था, जब महिला पर आरोप लगाए गए थे. हालांकि, महिला के वकील की ओर से कोर्ट में दावा किया गया था कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है, ऐसे में किसी तरह की सज़ा ना दी जाए.
लेकिन जब अदालत में मेंटल रिपोर्ट पेश की गई, तब ये साबित हुआ कि महिला पूरी तरह से फिट है और उसे किसी तरह की मानसिक बीमारी नहीं है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर काफी सख्त कानून हैं. साल 1987 से लेकर अबतक इन कानूनों के तहत करीब डेढ़ हज़ार लोगों को सज़ा हो चुकी है. अगर किसी पर ईशनिंदा का आरोप लगता है तो अधिकतर मामलों में वकील ऐसा केस नहीं लेते हैं.