पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने कहा कि देश में यूट्यूब पर लगा प्रतिबंध हटाया जाएगा. लेकिन इससे पहले इसकी जांच होगी कि उस पर कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं है.
समाचार पत्र 'डॉन' में बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान संचार प्राधिकरण (पीटीए) ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को 29 दिसम्बर को यूट्यूब पर से प्रतिबंध हटाने के लिए कहा था. लेकिन प्रधानमंत्री ने कुछ ही देर के भीतर इस पर दोबारा प्रतिबंध लगा दिया, क्योंकि वेबसाइट से इस्लाम विरोधी फिल्म नहीं हटाई गई थी.
समाचार पत्र के अनुसार, अशरफ ने कहा, ‘हम सूचना तक स्वतंत्र पहुंच में यकीन करते हैं. यूट्यूब पर से प्रतिबंध नहीं हटाने का एकमात्र कारण यह है कि इस पर ईशनिंदा से सम्बंधित सामग्री अब भी मौजूद है. आपत्तिजनक सामग्री हटाने के बाद हम जल्द से जल्द इसे खोलेंगे.’
पाकिस्तान की सरकार ने वेबसाइट पर मौजूद कथित इस्लाम विरोधी फिल्म के कारण पाकिस्तान में हुए दंगे को देखते हुए यूट्यूब पर पिछले साल 17 सितम्बर को प्रतिबंध लगा दिया था. पीटीए ने इससे पहले कहा था कि ईशनिंदा से सम्बंधित कथित सामग्री वेबसाइट से हटाने के लिए यूट्यूब की शीर्ष कम्पनी गूगल से बातचीत हो रही है.