पाकिस्तान में कुछ दिन पहले एक सिख लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराए जाने पर उठे विवाद के बाद भारत की ओर से पीड़िता के सुरक्षित घर वापस जाने को लेकर दबाव दिए जाने पर मामला अब शांत हो गया है क्योंकि उसके ससुरालवालों ने उसे अपने परिजनों के पास वापस जाने की रजामंदी दे दी है.
एक नाबालिग सिख लड़की जिसका पिछले दिनों कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था और जबरन धर्म परिवर्तन कराकर पाकिस्तान के पंजाब राज्य के एक मुस्लिम पुरुष से उसकी शादी करवा दिए जाने की खबर आई थी. धर्म परिवर्तन की इस घटना के सामने आने के बाद भारत की ओर से लगातार दबाव डाले जाने और पाकिस्तान के राजनेताओं की ओर से हस्तक्षेप किए जाने के बाद इस विवाद का निपटारा हो गया है.
ससुरालवालों ने दी इजाजत
लड़की के ससुरालवालों ने उसे अपने परिजनों के पास वापस जाने की अनुमति दे दी है. पाकिस्तान के पंजाब राज्य के गवर्नर मोहम्मद सरवर ने एक वीडियो मैसेज के जरिए ट्वीट करते हुए कहा, 'पाकिस्तानी और दुनियाभर में फैले सिख समुदाय के लिए बड़ी अच्छी खबर. ननकाना की लड़की का संबंधित परिवार के साथ विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से निपटारा हो गया है. लड़की सुरक्षित है और वह अपने परिवार के संपर्क में है. हम पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के हित सुनिश्चित कराने का प्रयास करते रहेंगे.'
Great news for Pakistani & Sikh communities across the world. Issue of Nankana girl was amicably resolved to the satisfaction of the concerned families. The girl is safe & in touch with her family. We shall continue to ensure the rights of minorities in Paistan! #Sikhcommunity pic.twitter.com/ZBiluHTucy
— Mohammad Sarwar (@ChMSarwar) September 3, 2019
इस वीडियो में यह भी दिख रहा है कि सिख लड़की के परिवार और मुस्लिम लड़के के परिवारवालों के बीच समझौता हो गया है. लड़की के ससुर ने कहा कि उनका परिवार लड़की को लेकर अपने दावे को वापस लेता है और अगर लड़की चाहती है तो वह अपने मात-पिता के पास वापस जाने को स्वतंत्र है. वीडियो में दोनों पक्ष आपस में गले लगते हुए दिख रहे हैं.
पिछले हफ्ते पाकिस्तान के ननकाना पुलिस स्टेशन पर 19 साल की जगजीत कौर के अपहरण को लेकर 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. सिख धर्मगुरु पिता ने आरोप लगाया कि बंदूक की नोक पर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया और एक मुस्लिम लड़के से शादी करने को मजबूर किया गया.
बढ़ते दबाव और सिख समुदाय की बढ़ती नाराजगी को देखते हुए पंजाब राज्य ने एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया था. वहीं सिख लड़की को सुरक्षा कारणों से सोमवार को विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया जा सका.
हालांकि खबर सामने आने के बाद जगजीत कौर को पिछले हफ्ते शुक्रवार को एक कोर्ट के आदेश पर दारुल अमन (आश्रय गृह) भेज दिया गया था. जहां उसने बताया था कि उसने अपनी मर्जी से मोहम्मद हसन से शादी की थी. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि ननकाना नगर पुलिस थाना के एक अधिकारी ने न्यायिक मजिस्ट्रेट को बताया कि गंभीर सुरक्षा मुद्दा है, इसलिए उसे कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका.