पाकिस्तान की 15 वर्षीय किशोरी मलाला यूसुफजई को इंग्लैंड के अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. हालांकि और सर्जरी के लिए अस्पताल में फिर भर्ती होना पड़ सकता है. स्कूली छात्रा मलाला को बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और अभियान चलाने के लिए तालिबान आतंकवादियों ने गोली मार दी थी.
बर्मिघटम में क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल ने एक बयान में कहा कि मलाला स्वास्थ्य लाभ के लिए वेस्ट मिडलैंड्स में अपने अस्थायी आवास में जाने को लेकर काफी अधीर थी. अस्पताल ने कहा कि अब उसे अगले कुछ सप्ताह तक बहिरंग (ओपीडी) रोगी के तौर पर उपचार दिया जाएगा. उधर जीओ न्यूज के मुताबिक मलाला यूसफजाई के कपाल का एक सप्ताह के भीतर ऑपरेशन किया जा सकता है.
लड़कियों की शिक्षा के अधिकार की वकालत करने वाली 15 वर्षीय इस किशोरी के सिर में तालिबान ने अक्टूबर 2012 में गोली मार दी थी. बाद में उसे बरमिंघम के क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
बरमिंघम के विश्वविद्यालय अस्पताल एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट के चिकित्सा निदेशक डेव रोजर ने एक बयान में कहा है कि जनवरी के आखिर या फरवरी के शुरू में उसके कपाल का ऑपरेशन किया जाएगा.
पिता को बरमिंघम के पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में नौकरी मिलने के बाद मलाला को ब्रिटेन में स्थायी निवास दिया जा सकता है.