पाकिस्तान के तटीय शहर कराची की एक जेल में भारत का एक मछुआरा मृत पाया गया है. पिछले दो महीने के भीतर इस तरह की यह दूसरी घटना है. स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार इस भारतीय कैदी की पहचान किशोर भगवान के रूप में हुई है. भगवान लांधी जेल में मृत पाए गए. किशोर की मौत के कारण का पता नहीं चला है. उनके शव को यहां के एक अस्पताल में भेजा गया है.
इससे पहले 26 अप्रैल 2013 को कथित तौर पर लाहौर की कोट लखपत जेल में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था. इसके बाद लाहौर के ही जिन्ना अस्पताल में सरबजीत की 2 मई को मौत हो गई थी. पाकिस्तान में अक्सर भारतीय कैदियों के साथ इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं.
भारतीय राजनयिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें इस्लामाबाद में विदेश विभाग ने मछुआरे की मौत के बारे में सूचित कर दिया है, हालांकि मौत की वजह के बारे में कुछ नहीं पता चला है. भारतीय अधिकारियों ने अतिरिक्त जानकारी की मांग की है. एक और भारतीय मछुआरे भीख लखा शियाल (35) का शव अभी भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द नहीं किया गया है. शियाल की पिछले साल 19 दिसंबर को मौत हो गई थी.
एक भारतीय राजनयिक ने कहा, ‘उम्मीद है कि शियाल का शव हमें जल्द सौंप दिया जाएगा. हम उनके शव को भारत भेजने के प्रबंध कर रहे हैं.’ भारत सरकार पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क में है शियाल के शव को स्वदेश भेजने की प्रक्रिया को तेज किया जाए. शियाल की मौत की वजह का अब भी पता नहीं चल पाया है. उनके शव को यहां के एक शवगृह में रखा गया है.
भगवान उन 50 से ज्यादा भारतीय मछुआरों में शामिल थे जिन्हें पिछले साल जनवरी में पाकिस्तान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में कथित तौर पर दाखिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वह जेल की चारदीवारी फांदकर भाग गया था, हालांकि बाद में उसे पकड़ लिया गया था. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार जेल से भागने के बाद भगवान कराची की सड़कों पर रह रहा था.