मिडिल ईस्ट में लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 30 प्रोजेक्टाइल मिसाइलें दागी गई हैं. इजरायल की सेना आईडीएफ ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लेबनान की तरफ से बीती रात कई मिसाइलें दागी गईं.
लेबनान के संगठन हिज्बुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर ये हमला किया. इनमें से अधिकतर मिसाइलें खुले मैदानों में जाकर गिरी, जिससे किसी तरह के जान एवं माल का नुकसान नहीं हुआ.
इस हमले के बाद अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने मिडिल ईस्ट में गाइडेड मिसाइल सबमरीन की तैनाती करने का आदेश दिया. उन्होंने इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट से बात की और उन्हें बताया कि उन्होंने मदद के लिए दो जहाज और एक सबमरीन की तैनाती के आदेश दिए हैं.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने जारी बयान में कहा कि रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रुप से मिडिल ईस्ट में हथियारों की सप्लाई और बढ़ाने को कहा है.
इजरायल से ईरान और लेबनान क्यों हैं खफा?
बीते महीने ईरान की राजधानी तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा है. हानिया की हत्या में इजरायल का हाथ बताया गया है. इस घटना से एक दिन पहले लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर की हत्या कर दी गई थी. हानिया, गाजा में हमास का चीफ था और वो ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने तेहरान गया था.
हानिया की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी. इसके बाद से हिजबुल्लाह ने इजरायल को टारगेट बनाना शुरू कर दिया. इससे पहले भी हिजबुल्लाह ने इजरायल पर करीब 50 रॉकेट दागे थे. हालांकि इजरायल के आयरन डोम ने इस हमले को नाकाम कर दिया था.
ईरान और हिजबुल्लाह की ओर से बदला लिए जाने का ऐलान करने पर मिडिल ईस्ट में बड़े स्तर युद्ध की आशंका बढ़ गई है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए इमरजेंसी मीटिंग की थी. पेंटागन ने आगे की स्थिति को रोकने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती का ऐलान किया है.