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Gen Z क्रांति के बीच भागने की तैयारी में नेपाल के मंत्री, पांच हेलिकॉप्टर तैयार, एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लगाए जाने की तैयारी

नेपाल में Gen-Z आंदोलन से हालात खराब हो गए. जिसके चलते मंत्रियों को पांच हेलीकॉप्टरों से बाहर निकाला जा रहा है. इसके लिए त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 300 से ज़्यादा जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया है.

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मंत्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए एयरपोर्ट पर जवान. (Photo: Screengrab)
मंत्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए एयरपोर्ट पर जवान. (Photo: Screengrab)

नेपाल में Gen-Z आंदोलन से हालात खराब हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के निजी आवास पर कब्जा कर लिया है. जिसके चलते मंत्री देश छोड़कर भागने की तैयारी में हैं. ऐसे में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करने की तैयारी चल रही है. मंत्रियों को उनके सरकारी आवासों से सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा हवाई अड्डे पर लाया जा रहा है.

त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 300 से ज़्यादा सैन्यकर्मी तैनात

जानकारी के मुताबिक मंत्रियों को पांच हेलीकॉप्टरों द्वारा सुरक्षित निकाला जा रहा है. वहीं, प्रधानमंत्री को भी उनके सरकारी आवास से निकालने की तैयारी चल रही है. त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 300 से ज़्यादा सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि जवान  एयरपोर्ट के बाहर खड़े थे.

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काठमांडू कलिंग साहित्य महोत्सव हुआ स्थगित

नेपाल की राजधानी में मौजूदा हालात को देखते हुए चौथे काठमांडू कलिंग साहित्य महोत्सव को स्थगित कर दिया गया है. आयोजकों ने मंगलवार को इसकी घोषणा की. सोमवार को सोशल मीडिया साइटों पर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ काठमांडू और कुछ अन्य जगहों पर युवाओं द्वारा किए गए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा घायल हो गए.

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आयोजकों ने बताया कि यह कार्यक्रम 13 और 14 सितंबर को काठमांडू में होना था. बानू मुश्ताक, दीपा भाष्ति और बासुदेव त्रिपाठी सहित 60 से ज़्यादा भारतीय और 200 नेपाली लेखक इस महोत्सव में शामिल होने वाले थे. कलिंग साहित्य महोत्सव की निदेशक रश्मि रंजन परिदा ने कहा कि यह कार्यक्रम अब 14 और 15 फ़रवरी, 2026 को आयोजित किया जाएगा.

इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी नेपाल घटनाक्रम पर बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि हम कल से नेपाल में हो रहे घटनाक्रम पर कड़ी नज़र रख रहे हैं और कई युवाओं की मौत से बेहद दुखी हैं.

मंत्रालय ने कहा कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करते हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एक करीबी दोस्त और पड़ोसी होने के नाते, हम उम्मीद करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष संयम बरतेंगे और शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के ज़रिए किसी भी मुद्दे का समाधान करेंगे.

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति के घर पर हमला, प्रचंड का घर जलाया, सड़कें धुआं-धुआं... जलते हुए नेपाल के 7 Videos

विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि हमने संज्ञान में लिया है कि प्राधिकारियों ने काठमांडू और नेपाल के कई अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है. नेपाल में भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और नेपाली प्राधिकारियों द्वारा जारी कदमों और दिशानिर्देशों का पालन करें.

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प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के निजी आवास पर किया कब्जा

आपको आपको बता दें कि Gen-Z विरोध प्रदर्शनों ने नेपाल में हिंसक रूप ले लिया है. राजधानी काठमांडू समेत कई इलाकों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव की घटनाएं सामने आ रही हैं. राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर तोड़फोड़ कर आग भी लगा दी है. 

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