scorecardresearch
 

दुखती रग दबाएंगे या होगा All is Well... चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग संग ट्रंप की मीटिंग का एजेंडा क्या

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जब उनकी मुलाकात होगी तो वह उनके साथ रूसी तेल की चीनी खरीद में कटौती को लेकर चर्चा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस बातचीत से एक पूर्ण समझौता निकलकर सामने आएगा

Advertisement
X
कोरिया में शी जिनपिंग संग ट्रंप की होगी मुलाकात (Photo: Reuters)
कोरिया में शी जिनपिंग संग ट्रंप की होगी मुलाकात (Photo: Reuters)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस समय एशियाई देशों के दौरे पर हैं. तीन देशों के दौरे के पहले चरण के तहत वह मलेशिया में थे, जिसके बाद वह जापान का दौरा कर दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं. वह यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे.

ट्रंप और जिनपिंग की साउथ कोरिया के बुसान में मुलाकात होगी. चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेता स्ट्रैटेजिक और लंबी अवधि के द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे. कोरिया में दोनों की एशिया पैसिफिक इकोनॉमिक कॉरपोरेशन (APEC) समिट से इतर बैठक होगी.

चीन और अमेरिका के बीच बनी सहमति के मुताबिक जिनपिंग बुसान में ट्रंप से मुलाकात करेंगे और आपसी हितों के मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोउ जियाकुन ने बताया कि इस मीटिंग को लाभप्रद बनाने के लिए हम अमेरिका के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि द्विपक्षीय संबंधों में नई जान फूंकी जा सके.

उन्होंने कहा कि डिप्लोमेसी का चीन और अमेरिका संबंधों में अहम योगदान है. दोनों देशों के संबंध फिलहाल ट्रंप द्वारा चीनी निर्यातों पर लगाए गए भारी व्यापारिक टैरिफ और बीजिंग की जवाबी कार्रवाइयों के कारण गतिरोध में फंसे हुए हैं. बैठक में दोनों राष्ट्राध्यक्ष चीन-अमेरिका संबंधों से जुड़े रणनीतिक व दीर्घकालिक मुद्दों तथा परस्पर चिंता के प्रमुख विषयों पर गहन चर्चा करेंगे.

Advertisement

30 अक्टूबर को बुसान में होगी मुलाकात

ट्रंप और शी जिनपिंग की 30 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के बुसान में मुलाकात होगी. यह मुलाकात मुख्य रूप से व्यापार युद्ध को खत्म करने, टैरिफ कम करने और दोनों देशों के लिए फायदेमंद समझौतों पर होगी, जिसमें अमेरिका चीन से दुर्लभ पृथ्वी धातुओं का निर्यात फिर शुरू कराने, टिकटॉक को अमेरिकी कंपनियों को बेचने का औपचारिक समझौता, फेंटानिल तस्करी रोकने, सोयाबीन व कृषि निर्यात बढ़ाने तथा NVIDIA जैसी AI चिप्स पर चर्चा करना शामिल है.

इसके साथ ही चीन सेमीकंडक्टर चिप्स पर अमेरिकी प्रतिबंध हटाने की मांग करेगा. इसके अलावा भू-राजनीतिक मुद्दों जैसे ताइवान की सुरक्षा, रूस-यूक्रेन युद्ध में चीन की भूमिका (रूसी तेल खरीद कम करना), रूस को शांति वार्ता के लिए मनाना, बौद्धिक संपदा चोरी और औद्योगिक सब्सिडी पर भी गहन बातचीत होगी, ताकि वैश्विक स्थिरता और ट्रिलियन्स डॉलर की डीलें हासिल की जा सकें.

 

बता दें कि यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद उनकी पहली मुलाकात है, जो दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच चल रहे भीषण व्यापार युद्ध की पृष्ठभूमि में हो रही है. इस मुलाकात के एजेंडे में सबसे ऊपर चीन के प्रमुख सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक का अमेरिकी कंपनियों को बिक्री के समझौते को औपचारिक रूप देना, चीन द्वारा रोकी गई दुर्लभ धातुओं के निर्यात को फिर शुरू करना शामिल है. इसके बदले में बीजिंग चाहता है कि वाशिंगटन चीन में AI संबंधी तकनीक के विकास व विस्तार के लिए जरूरी सेमीकंडक्टर चिप्स के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटा ले.

Advertisement

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement