पूरी दुनिया कोरोना वायरस नाम की बीमारी से जंग लड़ रही है. भारत में तीन मई तक लॉकडाउन लागू है. कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच दो पड़ोसी देशों के बीच सरहद पर भी तनातनी चल रही है. लगातार सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं हो रही हैं.
तनातनी के बीच जम्मू कश्मीर दौरे पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया था. भारतीय सेना प्रमुख ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा था , ‘ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे वक्त में जब भारत समेत सारी दुनिया महामारी के खतरे से लड़ रही है, हमारा पड़ोसी हमारे लिए परेशानी खड़ा करना जारी रखे हुए है.’
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अब पाकिस्तान ने भारतीय सेना प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पाकिस्तानी विदेश विभाग की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने जनरल नरवणे के आरोप को खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि कश्मीर से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए यह आरोप लगाए गए हैं.
पाकिस्तान विदेश विभाग की प्रवक्ता ने भारत पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संकट और मौजूदा चुनौतियों के बावजूद भारत की ओर से एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किए जाने की घटनाओं में तेजी आई है.
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंध फिर से बहाल होने की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर आयशा कुरैशी ने कहा, "पाकिस्तान की ओर से तनाव बढ़ाने के कोई इरादे नहीं हैं. हम अपने पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध चाहते हैं. लेकिन भारत की ओर से 5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिए जाने से माहौल खराब हुआ है."
वहीं, इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में चार्ज डि’अफेयर्स गौरव आहलूवालिया को पाकिस्तान दो बार बुला कर एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगा इस पर ऐतराज जता चुका है.