भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी और पूर्ण Ceasefire के लिए चीन ने कहा है कि वो दोनों के बीच रचनात्मक भूमिका निभाएगा. पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक दार चीन के दौरे पर हैं. भारत-पाक तनाव के बीच चीन दोनों देशों से संपर्क बनाए रखने और क्षेत्रीय शांति को बनाए रखने का समर्थन करता है.
चीन ने सोमवार को कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी युद्धविराम (ceasefire) के लिए रचनात्मक भूमिका निभाएगा. यह बात तब कही गई जब पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक दार तीन दिन के दौरे पर चीन पहुंचे.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक दार चीन के दौरे पर
बता दें, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक दार की भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बड़ी यात्रा है. भारत ने 7 मई को पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे. चीन ने भारत और पाकिस्तान दोनों को अपने महत्वपूर्ण पड़ोसी बताते हुए दोनों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने पर जोर दिया.
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों से संपर्क बनाए रखेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि चीन पाकिस्तान का ऑल-वेदर सहयोगी है और दोनों देशों के बीच संबंधों को बहुत महत्व देता है.
Ceasefire के लिए चीन दोनों देशों के बीच रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार
इसके अलावा माओ निंग ने कहा कि चीन चाहता है कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध सद्भाव, पारस्परिक लाभ और साझा भविष्य के आधार पर हों. भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को चार दिन की सीमा पार हमलों के बाद युद्धविराम पर सहमति बनी.
चीन ने दोनों देशों से शांत रहने और स्थिति को बढ़ावा न देने का आग्रह किया है. माओ ने भारत के आरोपों पर सवाल टालते हुए कहा कि यह पूछताछ योग्य अधिकारी से करनी चाहिए कि चीन ने पाकिस्तानी संघर्ष में किस तरह की सहायता दी.
चीन ने पाकिस्तानी सैन्य उपकरणों की आपूर्ति बढ़ाई
चीन ने हाल ही में पाकिस्तानी सैन्य उपकरणों की आपूर्ति बढ़ाई है. स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 से 2024 तक पाकिस्तान की कुल हथियार खरीद का 81 प्रतिशत चीन से हुआ है.
चीन-पाकिस्तान की इस करीबी साझेदारी के बीच चीन ने भारत-पाक सैन्य झड़प पर पाकिस्तानी दावों को प्रचारित किया जबकि भारत के बड़े हमलों की खबरों को छुपाया. पाकिस्तान को अफगानिस्तान के तालिबान सरकार और भारत के बीच बढ़ते रिश्तों से भी चिंता है. इसी बीच अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की भी चीन यात्रा की अटकलें लग रही हैं.