कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने स्वीकार किया है कि उनकी सरकार ने इमिग्रेशन पॉलिसी में 'गलतियां' की जिसके चलते कारण फर्जी कॉलेजों और बड़ी कंपनियों ने अपने फायदे के लिए सिस्टम का इस्तेमाल किया. ट्रूडो का ये बयान ऐसे समय में आया है जब वह अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले विपक्ष के निशाने पर हैं और उनकी लोकप्रियता भी घट रही है. मौजूदा समय में आवास संकट, महंगाई, स्वास्थ्य को लेकर ट्रूडो लोगों के निशाने पर हैं. विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी भी उनकी सरकार पर प्रबंधन की विफलता और कनाडाई नागरिकों की जरूरतों को प्राथमिकता न देने का आरोप लगा रही है.
जानें क्या बोले जस्टिन ट्रूडो
अपने यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो संदेश में ट्रूडो ने कहा, 'पिछले दो सालों में हमारी जनसंख्या बहुत तेजी से बढ़ी है...लेकिन फर्जी कॉलेजों और बड़ी कंपनियों ने हमारे आव्रजन सिस्टम का दुरुपयोग किया.' उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए हम अगले तीन सालों के लिए कनाडा आने वाले इमिग्रेंट्स की संख्या घटा रहे हैं.
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सरकार की नई इमिग्रेशन पॉलिसि की जानकारी देते हुए मंत्री मार्क मिलर ने पिछले महीने कहा था कि कनाडा 2025 में लगभग 3,95,000 स्थायी निवासियों को स्वीकार करेगा, जो इस वर्ष के अनुमानित 4,85,000 से लगभग 20 प्रतिशत कम होगा. इससे अंतरराष्ट्रीय छात्र और विदेशी श्रमिकों पर असर पड़ेगा. इनकी संख्या 2025 और 2026 में लगभग 4,46,000 होने का अनुमान है, जो इस साल लगभग 8,00,000 थी.
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नई नीति के अनुसार, 2027 तक कनाडा केवल 17,400 नए गैर-स्थायी निवासियों को स्वीकार करेगा.भारतीय उच्चायोग के अनुसार, भारत कनाडा के लिए विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत है, जहां अनुमानित 4,27,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.