नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शपथ ग्रहण कर ली है. स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे शपथग्रहण हुई. यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए गुरुवार को पेरिस से ढाका पहुंचे.
देश में चल रही राजनीतिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया है. ग्रामीण बैंक के संस्थापक और मशहूर सोशल एक्टिविस्ट यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे. विशेष रूप से, बांग्लादेश की एक अदालत ने कार्यभार संभालने से ठीक एक दिन पहले श्रम कानून उल्लंघन मामले में यूनुस की पिछली सजा को भी पलट दिया था.
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने गुरुवार को अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है.
बांग्लादेश में 16 लोग नई अंतरिम सरकार में सलाहकार के रूप में शपथ लेंगे. इनमें मोहम्मद नाहिद इस्लाम और आसिफ साजिब भुइयां भी शामिल हैं. ये दोनों वो छात्रनेता हैं जो बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे.
मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश के लोगों को एक ऐसी सरकार देने का वादा किया जो अपने नागरिकों को सुरक्षा का आश्वासन देती हो. उन्होंने बांग्लादेश के पुनर्निर्माण में सहायता करने का आग्रह किया.
बांग्लादेश में आज अंतरिम सरकार का गठन होगा. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस पीएम पद की शपथ लेंगे. विदेश मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई अंतरिम सरकार के शपथ ग्रहण के लिए बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग के साथ-साथ अन्य अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है.
मोहम्मद यूनुस ने कहा, 'बांग्लादेश ने आज एक नया विजय दिवस स्थापित किया है. हमें उसे ध्यान में रखते हुए और मजबूत बनाते हुए आगे बढ़ना है. युवाओं ने इसे संभव बनाया है. इसके लिए उनकी प्रशंसा करता हूं और धन्यवाद देता हूं. वे मेरे साथ हैं और उन्होंने इस देश को बचाया है. इस देश का नए तरीके से पुनर्जन्म हुआ है. इस पुनर्जन्म में मुझे जो बांग्लादेश मिला है वह बहुत तेजी से आगे बढ़े. यह हमारा वादा है. हम इसकी रक्षा करना चाहते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं.'
अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने बांग्लादेश पहुंचे मोहम्मद यूनुस ढाका पहुंचने पर भावुक हो गए. उन्होंने ढाका एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात की. यूनुस आज ही ढाका में पीएम पद की शपथ ग्रहण करेंगे.
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश पहुंच गए हैं. उन्होंने लंदन से ढाका एयरपोर्ट पहुंचते ही आंदोलनकारी छात्रों से बात की. एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंड होते ही मोहम्मद यूनुस की आंखों में आंसू देखे गए.
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने बताया,'मैंने कहा था कि मेरा परिवार अब राजनीति में शामिल नहीं होगा. लेकिन जिस तरह से हमारी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं, हम हार नहीं मान सकते.'
बांग्लादेश में हिंसा और सियासी अफरा-तफरी के बीच वहां के आतंकी इस मौके का फायदा उठाना चाहते हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के रेडिकल ग्रुप भीड़ का सहारा लेकर भारत में घुसपैठ करने की तलाश में हैं. इस तरह की खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद BSF को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से हिंदू बांग्लादेशियों पर अत्याचार के आरोप लग रहे हैं. पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भारत बांग्लादेश सीमा पर 1 हजार से ज्यादा बांग्लादेशी हिंदू पहुंच गए हैं. वे बॉर्डर पार कर भारत आना चाहते हैं. भारत में इनके घुसपैठ के प्रयास को BSF ने रोक रखा है. बीएसएफ ने उन्हें सतकुरा सीमा पर रोक लिया है. यह घटना जलपाईगुड़ी जिले के दक्षिण बेरूबारी पंचायत की है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...