अमेरिका लीबिया के बेंगाझी शहर स्थित अपने दूतावास में हुए हमले की जांच कर रहा है कि कहीं यह पूर्व नियोजित तो नहीं था? हमले में अमेरिकी राजदूत क्रिस्टोफर स्टीवेंस सहित कई अन्य कर्मचारियों की मौत हो गई. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, हमला बेहद जटिल व पेशेवराना था, जिसे देखते हुए लगता है कि उनके सम्बंध जेहादियों से हो सकते हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को हमले की निंदा करते हुए इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही यह भी कहा कि इससे लीबिया की नई सरकार के साथ अमेरिका के संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
हमला एक विवादित फिल्म को लेकर होने की बात कही जा रही है, जो कथित तौर पर इस्लाम विरोधी है और जिसमें पैगम्बर मुहम्मद की निंदा की गई है. हमले में स्टीवेंस सहित चार अमेरिकी राजनयिकों तथा 10 लीबियाई नागरिकों के मारे जाने की सूचना है. फिल्म के विरोध में मिस्र, यमन में भी लोग सड़कों पर उतर आए.
'बीबीसी' के मुताबिक, अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि हमलावरों ने अपने इरादों को अंजाम देने के लिए प्रदर्शन का सहारा लिया.
उन्होंने कहा, 'यह जटिल हमला था. ऐसा लगता है कि उन्होंने विरोध-प्रदर्शन को अपने लिए अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया.'
अमेरिकी अधिकारियों ने संदेह जताया कि हमले के पीछे आतंकवादी संगठन 'अंसार अल-शरिया' का हाथ हो सकता है. इस संगठन ने हालांकि हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया है. अधिकारियों के अनुसार, इस तरह की रिपोर्ट भी है कि इसके पीछे उत्तरी अफ्रीका में सक्रिय अल-कायदा से सम्बंधित आतंकवादी संगठन का हाथ हो सकता है.