म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक विपक्षी नेता आंग सान सू की मंगलवार को छह दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचीं. अपने दौरे के दौरान सू की भारतीय नेताओं से मुलाकात करेंगी तथा स्कूल व कॉलेज के दिनों के अपने मित्रों से भी मिलेंगी.
नेशनल लीग ऑफ डेमोक्रेसी ऑफ म्यांमार की अध्यक्ष सू की ने यंगून से यहां पहुंचने के बाद विमान से उतरते ही पारम्परिक लहजे में 'नमस्ते' किया.
लगभग 40 सालों के दौरान यह उनका पहला भारत दौरा है. उनके एक सहयोगी ने बताया कि मंगलवार को वह ज्यादातर आराम करेंगी, दिवाली का आनंद लेंगी.
बर्मा सेंटर दिल्ली की समन्वयक एलना गोलमई ने बताया, 'यात्रा के बाद वह आमतौर पर आराम करती हैं. कल (बुधवार) उनका व्यस्त कार्यक्रम है.'
वह बुधवार सुबह राजघाट और शांतिवन जाएंगी और महात्मा गांधी तथा जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. उसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलेंगी.
सू की ने कहा था कि वह अपने पुराने मित्रों से एक बार फिर मिलना चाहेंगी, उनसे बात करना चाहेंगी और उनके साथ समय बिताना चाहेंगी. सू की अपनी मां के साथ 1960 के दशक में 24 अकबर मार्ग पर रह चुकी हैं, जहां इस समय कांग्रेस पार्टी का मुख्यालय है. सू की के पिता भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू के मित्र थे.
सू की ने द हिंदू को बताया है, 'मैं पुराने स्थलों को देखना चाहूंगी, उन स्थलों को जहां मैंने किशोरावस्था में समय बिताए, लेडी श्रीराम कॉलेज देखना है कि कैसा चल रहा है- यह सब निजी स्तर पर करना है.' वह लेडी श्रीराम कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों से मुलाकात कर सकती हैं.
सू की ने कानवेंट ऑफ जीसस एंड मेरी स्कूल में प्रारम्भिक शिक्षा ग्रहण की थी और उसके बाद उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से आगे की पढ़ाई की थी. उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्तर पर वह दोनों देशों के लोगों के बीच घनिष्ठ सम्बंध चाहती हैं, क्योंकि हाल के सालों में दोनों देशों के बीच एक खाई-सी बन गई है.
सू की बुधवार को ही जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर नेहरू स्मृति व्याख्यान देंगी. सू की, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से भी मुलाकात करेंगे.