पाकिस्तान के एक शहर में कंटीले तार लगाकर इलाके को दो हिस्सों में बांटा जा रहा है. लेकिन सरकार के इस फैसले का आम लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. यह मामला ग्वादर नाम के शहर का है. (फोटो साभार- Twitter/AltafHussain_90)
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, बलूचिस्तान के ग्वादर में लगाए जा रहे कंटीले तार, अपने ही लोगों को शहर से अलग कर देगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि कंटीले तार से घेर दिए जाने के बाद शहर से ग्रामीण इलाकों की दूरी बढ़ जाएगी और लोगों को कमाने-खाने में भी दिक्कतें होंगी. (फोटो साभार- Twitter/QuettaDiary)
असल में ग्वादर, पाकिस्तान-चीन कॉरिडोर योजना के केंद्र के रूप में जाना जाता है. लेकिन यहां आने वाले आम लोगों को भी चेक पोस्ट और सुरक्षा जांच से जूझना पड़ता है. शहर में आने के लिए लोगों को कई बार लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है. (फोटो- रॉयटर्स )
वहीं, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा के लिए कंटीले तार लगाने की योजना पहले से मौजूद रही है, बस अमल अभी किया जा रहा है. कुल 25 किमी दूरी में तार लगाने की योजना है. हालांकि, लोगों का विरोध बढ़ने पर घेराबंदी के काम को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कंटीले तार लगाने से उनकी बस्तियां दो हिस्सों में बंट जाएंगी. (फोटो- रॉयटर्स )
बता दें कि 2015 में ही पाकिस्तान और चीन ने 46 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) बनाने का ऐलान किया था. यह चीन के वन बेल्ट, वन रोड का हिस्सा है. CPEC के तहत ही ग्वादर में विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हुआ था. ग्वादर का बंदरगाह उत्तरी पाकिस्तान और पश्चिमी चीन को जोड़ने का काम करेगा. (फोटो- रॉयटर्स )