ईरान ने बुधवार को इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया है. पिछले सप्ताह अमेरिका ने बगदाद में एयर स्ट्राइक कर ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था, उसके बाद से ही ईरान लगातार बदला लेने की बात दोहरा रहा था. बुधवार को इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमला कर दिखा दिया कि वह पीछे हटने वाला नहीं है.
ईरान ने बुधवार को इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर दर्जनों मिसाइलें दागीं. ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के कमांडर ने कहा कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमला तो सिर्फ पहला कदम है और तेहरान अमेरिकी सैनिकों को नहीं बख्शेगा. ईरान की सरकारी टीवी चैनल ने रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर के बयान को प्रसारित किया हालांकि, उनका नाम जाहिर नहीं किया.
कमांडर ने कहा, आज हुआ मिसाइल हमला सिर्फ शुरुआत भर है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मध्य-पूर्व क्षेत्र से अपनी सेना को तुरंत हटा लेना चाहिए और उन्हें हमारी पहुंच के भीतर बिल्कुल नहीं छोड़ना चाहिए. बता दें कि ईरान की संसद ने मध्य-पूर्व में अमेरिकी फौज को आतंकवादी घोषित कर दिया है.
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद ट्वीट किया, ऑल इज वेल, ईरान से इराक स्थित दो सैन्य ठिकानों को मिसाइलें दागी गईं. इस हमले में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. अभी तक सब अच्छा है. हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर और हथियारों से लैस सेना है, मैं कल सुबह इस पर बयान जारी करूंगा.
इराक में मिसाइल हमले के बाद अमेरिकी एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने अमेरिकी विमानों के लिए इराक, ईरान और ओमान की खाड़ी के एयरस्पेस के इस्तेमाल से बैन कर दिया है. ईरान और सऊदी अरब के आस-पास समुद्री क्षेत्र से उड़ान पर बैन लगा दिया गया है.
ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने इजरायल समेत अमेरिका के क्षेत्रीय सहयोगियों को भी हमले की चेतावनी दी है. ईरान की मीडिया के मुताबिक, इन देशों को आगाह किया गया है कि अगर उन्होंने तेहरान के खिलाफ किसी हमले के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने दिया तो वह इसका करारा जवाब देगा.
ईरान की अर्ध सरकारी न्यूज एजेंसी फार्स न्यूज ने कहा कि ईरान ने फेच 313 सतह से सतह मार करने वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया.
ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने इस बात की पुष्टि की है कि यह हमला कमांडर सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए ही किया गया था. ईरान के सरकारी चैनल के मुताबिक, अगर अमेरिका ने इस हमले का जवाब दिया तो वह और भी खतरनाक कदम उठाएगा.
ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने इजरायल समेत अमेरिका के क्षेत्रीय सहयोगियों
को भी हमले की चेतावनी दी है. ईरान की मीडिया के मुताबिक, इन देशों को
आगाह किया गया है कि अगर उन्होंने तेहरान के खिलाफ किसी हमले के लिए अपनी
जमीन का इस्तेमाल करने दिया तो वह इसका करारा जवाब देगा.