
यूपी विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्ष का प्रदर्शन शुरू हो गया है. सपा विधायकों ने विधानसभा के गेट पर खड़े होकर जमकर नारेबाजी की. उन्होंने बैनर-पोस्टर आदि के जरिए सरकार पर तीखा हमला बोला. आज शुरू हुए विधानसभा के मॉनसून सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. इसकी बानगी पहले ही सेशन में देखी गई, जब प्रश्नकाल में विपक्ष के हंगामे के चलते स्पीकर सतीश महाना ने 15 मिनट के लिए हाउस को स्थगित कर दिया.
इससे पहले सपा विधायक अतुल प्रधान कांवड़ लेकर विधानसभा परिसर पहुंच गए. उन्होंने स्कूल मर्जर का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अपने इस कदम से पीडीए के बच्चों को शिक्षा से दूर करना चाह रही है.
वहीं, मानसून सत्र के पहले दिन सपा विधायक सचिन यादव एक अलग तरह की ड्रेस पहनकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने काले रंग का कुर्ता पहन रखा था, जिसपर बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, आत्महत्या जैसे शब्द लिखे थे. उनकी ड्रेस वैसी ही थी, जब कोई छात्र अपनी डिग्री लेने यूनिवर्सिटी जाते समय पहनता है. इस तरह की ड्रेस पहनकर सपा विधायक ने अनोखे अंदाज में सरकार के प्रति अपना विरोध जताया.
आपको बता दें कि अतुल प्रधान के कंधे पर जो कांवड़ थी, उसमें एक तरफ सरकारी स्कूल व बच्चों की तस्वीर लटक रही थी, जबकि दूसरी तरफ सरकारी शराब की दुकान की तस्वीर लटक रही थी. वहीं, ऊपर डंडे पर आंबेडकर जी और लोहिया जी की फोटो लगा रखी थी.

गौरतलब है कि इस सत्र में सपा स्कूलों के विलय, बाढ़ और बिजली निजीकरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी. वहीं, सत्ता पक्ष विजन डॉक्यूमेंट-2047 का मसौदा पेश करेगा.
उधर, यूपी विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये मानसून सेशन बेहद खास होने वाला है. विपक्ष के सभी सवालों का सार्थक जवाब दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि सदन की गरिमा को बनाए रखते हुए गंभीर मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, जिससे लोकतंत्र में आम जनता का विश्वास और बढ़े. विपक्ष को अनावश्यक विरोध-प्रदर्शन नहीं करना चाहिए.
मानसून सत्र को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्ष को सदन में सकारात्मक चर्चा करनी चाहिए. सत्र में विभिन्न विधेयकों पर चर्चा के साथ-साथ सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों के मुद्दे भी उठाएंगे. हमारी सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ तत्पर है और सभी के उत्तर दिए जाएंगे.
इस मुद्दे पर यूपी के डिप्टी सीएम केपी मौर्य ने कहा- "हम विधानसभा सत्र के लिए तैयार हैं. सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है. देश और प्रदेश को 'विकसित' बनाने पर 24 घंटे चर्चा होगी...सरकार सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रतिबद्ध है...समाजवादी पार्टी शिक्षा की सबसे बड़ी दुश्मन है और सरकार कोई स्कूल बंद नहीं करेगी."