पिछले कई दिनों से ठंड-शीतलहर और कोहरे के ट्रिपल अटैक से उत्तर भारत में आम जनजीवन बेहाल है. कड़ाके की सर्दी और ठंडी हवाओं के चलते एक तरफ जहां लोग घरों में रहने पर मजबूर हैं. वहीं, दूसरी तरफ घने कोहरे की वजह से सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है. सर्दी के सितम से लोग बेहाल दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में शीतलहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है.
वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले के आला अधिकारी रातों में ग्राउंड जीरो पर निकलकर सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे ना सोए और ठंड से किसी तरह की जनहानि ना हो. इस ठंड और शीतलहर में लोगों की रात कैसे बीत रही है? यह जानने के लिए आजतक संवादताता ने ग्राउंड पर पहुंचकर उत्तर प्रदेश के चंदौली में आधी रात को सरकार के इंतजामों के साथ-साथ लोगों की परेशानियों को भी जानने की कोशिश की.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में भी कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा जनपद में अलग-अलग जगह पर लगभग एक दर्जन रैन बसेरे खोले गए हैं. जहां पर रात में लोगों को ठहरने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में खोले गए रैन बसेरे में ठंड से बचने के लिए अलाव के साथ-साथ इलेक्ट्रिक हीटर का भी इंतजाम दिखाई दिया.
यहां पर ठहरे हुए व्यक्ति ने बताया कि इस भीषण ठंड में सरकार द्वारा अच्छा इंतजाम किया गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बहुत ही बेहतरीन व्यवस्था की है. वहीं, रैन बसेरे की केयरटेकर ने बताया कि रैन बसेरे में साफ-सुथरे बिस्तर और कंबल का इंतजाम है. साथ ही साथ ठंड से बचने के लिए लकड़ी का अलाव और इलेक्ट्रिक हीटर की भी व्यवस्था की गई है.
भीषण ठंड को बचने के लिए शहर में जगह-जगह पर लोग अलाव तापते दिखाई दिए. साथ ही ठंड से राहत पाने के लिए लोग चाय का सहारा भी लेते दिखाई दिए. कुछ लोग खुले आसमान के नीचे भी बैठे हुए दिखाई दिए. जिन्हें इलाके के एसडीएम कंबल वितरित कर रहे थे.
चंदौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर तहसील के एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देश पर तमाम अधिकारी रात्रि भ्रमण पर निकल रहे हैं, और इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि ठंड से किसी तरह का नुकसान ना हो. जरूरतमंद लोगों को कंबल वगैरह भी वितरित किए जा रहे हैं. जो लोग खुले में रह रहे हैं उन्हें रैन बसेरे तक पहुंचाया जा रहा है.
वहीं, दिल्ली हावड़ा रेल रूट के बड़े स्टेशनों में शुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ दिखाई दे रही है. दरअसल, घने कोहरे का सीधा असर रेल यातायात पर भी पड़ रहा है, कम विजिबिलिटी की वजह से राजधानी एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं.
इस कड़कड़ाती ठंड मे ट्रेनों का इंतजार करना रेल यात्रियों के लिए काफी मुश्किल भरा साबित हो रहा है. जिनकी ट्रेनें ज्यादा लेट हैं, वो स्टेशन पर ही कंबल ओढ़कर सो रहे हैं. सर्द रात में ट्रेनों का इंतजार करना यात्रियों के लिए मुश्किल भरा साबित हो रहा है.