उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा के बकाया चालानों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हुआ है. इस क्रम में 3 लाख से अधिक गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन रद्द (RC कैंसिल) करने और 58,893 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया स्टार्ट कर दी गई है.
लखनऊ जोन में 4,351 गाड़ियों और 1,820 लाइसेंस धारकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है. अब तक 1,006 ड्राइविंग लाइसेंस और 3,964 वाहन पंजीकरण निलंबित या रद्द किए जा चुके हैं.
सबसे ज्यादा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन बरेली जोन में हुआ. जहां 21,000 से ज्यादा मामले सामने आए. जिसमें 5,833 डीएल निलंबन की सिफारिश की गई है साथ ही 130 रजिस्ट्रेशन भी चिह्नित किए गए.
मेरठ, आगरा, लखनऊ जोन समेत कई जिलों में सख्त कार्रवाई जारी
आपको बता दें कि प्रदेश के मेरठ, आगरा, लखनऊ जोन समेत कई जिलों में सख्त कार्रवाई जारी है. मालूम हो कि 2021 में 67 लाख वाहनों का चालान किया गया और ₹867 करोड़ का जुर्माना वसूला गया. वहीं, 2024 में चालानों की संख्या 1.36 करोड़ रही, लेकिन वसूली सिर्फ ₹105 करोड़ हुई.
अधिकारियों के अनुसार, जिन गाड़ियों पर पांच या उससे अधिक चालान बकाया हैं, उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा. चूंकि, ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने का अधिकार मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा-19 के तहत आता है. इसलिए इसके नियम भी जान लीजिए...
निम्न कारणों पर लाइसेंस रद्द हो सकता है:
- अपराधी प्रवृत्ति
- शराब या नशे की हालत में गाड़ी चलाना
- वाहन से संज्ञेय अपराध करना
- बार-बार खतरनाक ड्राइविंग करना
अधिकारियों ने बताया कि ऐसे ड्राइवरों और वाहन मालिकों की पहचान हो चुकी है जो कोर्ट के फैसले के इंतजार में चालान नहीं भरते. 20 ऐसे जिलों की पहचान हुई है, जहां ट्रैफिक उल्लंघन और सड़क हादसों की संख्या सबसे ज्यादा है. इनमें- लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, बरेली, नोएडा आदि शामिल हैं.
सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाए जा रहे
लखनऊ में 2024 में 1,630 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 576 मौतें और 1,165 लोग घायल हुए. इसलिए पूरे प्रदेश में लगातार ट्रैफिक सुधार और सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. वहीं, चालान कटने पर पब्लिक https://echallan.parivahan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन इसका भुगतान कर सकती है. सहायता के लिए मोबाइल नंबर 9454402555 या टोल फ्री 1800-180-149 पर कॉल कर सकते हैं.