उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां IIT रुड़की से पढ़ा-लिखा एक इंजीनियर अनुराग गर्ग न केवल 500 करोड़ रुपये के पोंजी घोटाले का मास्टरमाइंड निकला, बल्कि उसने इस घोटाले में गवाही देने जा रहे अहम गवाह अमित किशोर जैन की हत्या की साजिश भी रच डाली. आरोपी अनुराग ने 'वेब वर्क' नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को 'ऑनलाइन लाइक के बदले पैसे' का झांसा दिया और करोड़ों की ठगी की थी.
दरअसल, पुलिस जांच में सामने आया कि अनुराग गर्ग जेल से बेल पर बाहर आकर गवाह की हत्या की योजना बनाता है. फिर खुद ही वापस जेल चला जाता है, ताकि किसी को उस पर शक न हो. 17 जून को दो शूटरों ने अमित किशोर जैन पर पार्क में जानलेवा हमला किया, लेकिन गोली लगने के बावजूद वह बच गया.
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गाजियाबाद पुलिस ने इस साजिश का खुलासा करते हुए दो शूटरों अमित यादव और अश्विनी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. इनके साथ-साथ प्रियांशु गौतम नामक एक और आरोपी को भी पकड़ा गया है, जो सिर्फ 12वीं पास होकर भी बुलंदशहर में स्कूल का मालिक है. यह भी साजिश में शामिल था.
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल के अनुसार अनुराग गर्ग ने 2017 में वेब वर्क साइट बनाई थी और प्रचार के लिए शाहरुख खान व अन्य फिल्मी चेहरों का सहारा लिया था. इस घोटाले की जांच CBI और ED द्वारा भी की जा रही है.
वहीं, पुलिस की मुस्तैदी से एक बड़ी सुपारी किलिंग की साजिश नाकाम हो गई. अब इस हाई-प्रोफाइल केस में जुलाई में होने वाली कोर्ट गवाही पर सबकी नजरें टिकी हैं, जो इस मामले को निर्णायक मोड़ पर ले जा सकती है.