आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) में एमटेक के एक स्टूडेंट ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. बुधवार देर रात वह पंखे से फंदा लगाकर झूल गया. दूसरे स्टूडेंट्स ने फंदे से लटक रहे स्टूडेंट को नीचे उतारा और आनन-फानन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने स्टूडेंट ko मृत घोषित कर दिया. फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मृतक स्टूडेंट के कई दिन से तनाव में रहने की बात कही जा रही है. उसके घर वालों को सूचित कर दिया गया है.
बता दें कि कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्थित आईआईटी कानपुर में एमटेक कर रहे मेरठ निवासी विकास कुमार मीना ने बीती रात सुसाइड कर लिया. विकास की उम्र 31 साल थी. वह एमटेक सेकेंड ईयर का स्टूडेंट था. पूछताछ में विकास के साथियों का कहना बीते एग्जाम में परफॉर्मेंस खराब होने से वह तनाव में था.
पुलिस ने क्या बताया?
कल्याणपुर पुलिस के मुताबिक, बुधवार रात हॉस्टल के कमरे में विकास का शव पंखे के सहारे फंदे से लटकता मिला. काफी देर तक जब दूसरे स्टूडेंट्स को विकास के कमरे में कोई हलचल नहीं दिखी, तो उन्होंने अंदर झांककर देखा. इसके बाद घटना का पता चला. उसे फौरन हैलट अस्पताल ले जाया गया. मगर तब तक बहुत देर चुकी थी.
फिलहाल, फोरेंसिक टीम बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए हैं. साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. परिजनों की तहरीर मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि एक महीने के अंदर आईआईटी कानपुर में तनाव से दूसरी मौत का मामला सामने आया है. हाल ही में प्रोफेसर डॉ. पल्लवी ने भी हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी. इससे पहले 2022 में वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र ने फांसी लगा ली थी.
आईआईटी कानपुर में पिछले कुछ वक्त में सुसाइड के केसेस
2018 में फिरोजाबाद निवासी पीएचडी छात्र भीम सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
2019 में सिक्योरिटी गार्ड आलोक श्रीवास्तव ने फांसी लगाकर जान दी थी
2020 में आईआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रमोद सुब्रमण्यन ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी
2021 में संस्थान में असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी
2022 में वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र प्रशांत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)