
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में सन्नाटे से भरी सड़क किनारे नग्न अवस्था में मिली युवती की लाश का मामला आखिरकार सुलझ गया है. पुलिस ने जो खुलासा किया, उसने पूरे महकमे को हिलाकर रख दिया है. दरअसल, युवती का हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि महोबा में तैनात यूपी पुलिस का दारोगा अंकित यादव निकला. उसने लोहे की रॉड मारकर अपनी प्रेमिका की जान ले ली थी. आइए जानते हैं पूरी कहानी...
दहेज केस की जांच, फिर अफेयर
आपको बता दें कि दारोगा अंकित यादव और 30 वर्षीय किरण देवी की यह कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. किरण ने अपने CRPF जवान पति और ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न और देवर पर रेप का केस दर्ज कराया था. इन मामलों की जांच की जिम्मेदारी दारोगा अंकित को मिली.
बार-बार बयान लेने के बहाने अंकित किरण के घर आता-जाता रहा. जब दारोगा ने किरण के ससुराल पक्ष पर सख्ती दिखाई, तो मानो किरण का दिल जीत लिया. जल्द ही, यह पेशेवर रिश्ता प्यार और जिस्मानी रिश्ते में बदल गया.
कुछ दिनों की थी लव स्टोरी... फिर अंत खूनी
हालांकि, यह प्रेम कहानी ज्यादा दिन तक चल नहीं पाई. 12 नवंबर को दोनों कोर्ट की तारीख से लौट रहे थे और कार में साथ थे. इसी दौरान किसी बात को लेकर दारोगा अंकित यादव को इतना गुस्सा आया कि वो आपे से बाहर हो गया. उसने कार में रखी लोहे की रॉड उठाई और किरण के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी.

वारदात को अंजाम देने के बाद अंकित यादव ने लाश को न्यूड हालत में अपनी गाड़ी में डाला और हमीरपुर के मौदहा इलाके में फेंककर भाग निकला. लेकिन खाकी का गुनाह खाकी से छिप नहीं पाया और अब 'कातिल' दारोगा सलाखों के पीछे है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई कार और लोहे की रॉड बरामद कर ली है.
ऐसे शुरू हुआ प्रेम प्रसंग
मृतका किरण देवी महोबा जिले के कबरई थाना क्षेत्र की रहने वाली थी, जिसकी शादी सीआरपीएफ में तैनात विनोद सिंह से हुई थी. पति से अनबन के कारण किरण ने विनोद और ससुराल वालों के खिलाफ कबरई थाने में दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज कराया था. इसी मुकदमे की जांच दरोगा अंकित यादव कर रहा था. विवेचना के दौरान ही अंकित और किरण की मुलाकातें प्यार में बदल गईं और दोनों में शारीरिक संबंध बन गए थे.