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'एक बच्चा मर गया तो क्या, कभी लड्डू खाने भी आओ...', गोंडा CMO का विवादित बयान

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के कई वर्षों से चल रहा था. बीते दिनों अस्पताल में दो बच्चों की मौत हो गई. जिसके बाद एक बच्चे के पिता ने डीएम से शिकायत की थी.

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गोंडा सीएमओ रश्मि वर्मा. (Photo: Screengrab)
गोंडा सीएमओ रश्मि वर्मा. (Photo: Screengrab)

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा का एक बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वह हंसते हुए कह रही हैं कि एक बच्चा मर गया तो उसके लिए सब आ गए. हजार जिंदा हैं तो वहां लड्डू खाने भी जाओ न. 

बयान पर सीएमओ ने बाद में मांग ली थी माफी

रश्मि वर्मा के इस शर्मनाक वीडियो को लेकर युवा मोर्चा ने पुतला फूंका. वहीं, स्थानीय लोगों में भी बयान को लेकर आक्रोश है. हालांकि विवाद बढ़ता देख बाद में सीएमओ ने बयान के लिए माफी मांग ली. उन्होंने कहा कि मेरी मंशा किसी के भावनाओं को आहत करने की नहीं थी. संबंधित परिवारों के साथ मेरी पूरी संवेदना है.

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दरअसल शुक्रवार को एक अवैध रूप से संचालित अस्पताल में दो बच्चों की मौत हो गई थी. मौत की घटना पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा का एक हंसते हुए शर्मनाक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह कह रही थीं कि एक बच्चा मर गया तो उसके लिए सब आ गए. हजार जिंदा हैं तो वहां लड्डू खाने भी जाओ न.

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बिना रजिस्ट्रेशन कई वर्षों से चल रहा है अस्पताल

इस वीडियो के सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होते ही जिले में उबाल आ गया.बीजेपी युवा मोर्चा ने तो बाकायदा सीएमओ का पुतला फूंक कर माफी मांगने और जिले से स्थानांतरण की मांग कर डाली. हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर बवाल बढ़ता देख सीएमओ ने अपना बयान जारी कर कहा कि मेरी मंशा किसी के भावनाओं को आहत करने की नहीं थी.

संबंधित परिवारों के साथ मेरी पूरी संवेदना है और जांच टीम गठित कर दी गई है. दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि गोंडा नगर के जानकी नगर मुहल्ले में बिना रजिस्ट्रेशन के एक अस्पताल संचालित हो रहा है. जहां बच्चों का इलाज होता है. 11 सितंबर शाम को यहां दो बच्चों की मौत हो गई थी. जिससे हंगामा हो गया.

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अस्पताल को किया गया सील

अस्पताल की तरफ से एक बच्चे के पिता से 49 हजार रुपया बकाया भुगतान कराने के बाद ही शव दिए जाने की बात कही गई. जिसके बाद बच्चे के पिता मोहित ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे की लाश परिजनों को दिलाई. मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची और अस्पताल में ताला लगवा दिया था.

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 हालांकि शनिवार को पीड़ित मोहित कुमार ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी. जिस पर सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया था कि दो बच्चों के मरने की सूचना पर हमारी टीम पहुंची थी. वहां कोई डाक्टर नहीं था. भवन स्वामी के बारे में भी नहीं पता चल पाया है. एनआईसीयू में ताला लगवा दिया गया है. जांच के लिए टीम भी गठित कर दी गई है. इसी बीच उनका एक शर्मनाक बयान भी वायरल हुआ था. 

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