आधी रात का समय, सूनसान गली, और एक शख्स मुंह पर नकाब बांधकर हाथों में पिस्टल लिए किसी घर के बाहर घात लगाए बैठा है. ये कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि एक ऐसा वीडियो था जो यूपी के बागपत में वायरल हुआ और लोगों में खौफ फैला गया.
वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया, हर कोई दहशत में आ गया. लोगों को लगा कि यह कोई अपराधी है, जो किसी बड़ी वारदात की फिराक में है. वीडियो पुलिस तक भी पहुंचा और बागपत पुलिस हरकत में आ गई. एसपी सूरज राय ने टीम को अलर्ट किया और मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया गया. पुलिस ने जब इस नकाबपोश 'विलेन' को तलाशा और पकड़ा, तो उसकी सच्चाई जानकर हर कोई हैरान रह गया... और कुछ तो हंसी नहीं रोक पाए.
दरअसल, जो वीडियो लोगों को खौफ में डाल रहा था, वो असल में एक रील थी. जिस शख्स को लोग असली बदमाश समझ रहे थे, वो सोशल मीडिया पर वायरल होने का शौकीन निकला. जो 'पिस्टल' उसके हाथ में थी, वो बच्चों की खिलौना बंदूक थी और जो मुंह पर नकाब था, वो बस एक किरदार के लिए था. जी हां... सबकुछ फेक था- नीति भी, नीयत भी और नाटक भी. पर इस 'नकली स्क्रिप्ट' ने भी उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
पुलिस ने इस फर्जी रीलमेकिंग को गंभीरता से लिया, क्योंकि ऐसा वीडियो दहशत फैलाने वाला था. यह कोई मजाक नहीं था, बल्कि लोगों की सुरक्षा और मानसिक स्थिति से खिलवाड़ था. यही वजह रही कि पुलिस ने युवक को तुरंत गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ उचित धाराओं में कार्रवाई की. देखें वीडियो-
आरोपी युवक की पहचान थाना बिनौली क्षेत्र के दरकावदा गांव निवासी के रूप में हुई, जिसने रात के अंधेरे में ये वीडियो बनाया और फिर वायरल कर दिया. लेकिन जिस तरह से ये वीडियो बनाया गया है, वो दहशत फैलाने वाला था. वो भी तब जब यूपी में रात के अंधेरे में ड्रोन उड़ने और गांव में चोरों के होने की अफवाहों का बाजार गर्म है.
एसपी सूरज राय ने जानकारी दी कि युवक ने सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के चक्कर में यह हरकत की, लेकिन यह हरकत कानून के खिलाफ है. एसपी ने युवाओं से अपील की है कि सोशल मीडिया की लोकप्रियता के चक्कर में ऐसे वीडियो न बनाएं जो कानून व्यवस्था को प्रभावित करे या समाज में डर पैदा करे.