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UP: बहू की जान बचाने के लिए सास ने दान कर दी अपनी किडनी, मां ने कर दिया था मना

लखनऊ में एटा की बीनम देवी ने अपनी बहू पूजा की जान बचाने के लिए किडनी दान की. डिलीवरी के दौरान गंभीर संक्रमण से पूजा की दोनों किडनियां 75% खराब हो गई थीं. 13 सितंबर को आरएमएल अस्पताल में सफल ट्रांसप्लांट हुआ. पूजा अब स्वस्थ हैं और डॉक्टर की निगरानी में रहेंगी. सास-बहू का यह निस्वार्थ प्रेम मिसाल बना.

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डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हुई सर्जरी. (Photo: ITG)
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हुई सर्जरी. (Photo: ITG)

राजधानी लखनऊ से सास-बहू के रिश्ते की मिसाल पेश करने वाली भावुक खबर सामने आई है. यहां एटा की रहने वाली एक महिला ने अपनी बहू को किडनी दान कर उसकी जिंदगी बचा ली. सास ने कहा वह बहू नहीं बेटी की तरह है.

फर्रुखाबाद की रहने वाली पूजा की शादी नवंबर 2023 में एटा के अश्विनी प्रताप सिंह से हुई थी. फरवरी में पूजा ने बेटी को जन्म दिया, लेकिन डिलीवरी के दौरान उसके पेट में गंभीर संक्रमण फैल गया. इससे पूजा की दोनों किडनियां 75% तक खराब हो गईं. 

परिवार इलाज के लिए कानपुर से लेकर कई अस्पतालों में भटका, लेकिन फायदा नहीं हुआ. आखिरकार पूजा को लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर किया गया. आरएमएल के डॉक्टरों ने बताया कि पूजा की जान बचाने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट ही आखिरी विकल्प है. 

13 सितंबर को आरएमएल में सफल ट्रांसप्लांट किया गया
ऐसे में सास बीनम देवी आगे आईं. उनका ब्लड ग्रुप मैच हुआ और उन्होंने अपनी किडनी दान कर दी. 13 सितंबर को आरएमएल में सफल ट्रांसप्लांट किया गया. अब पूजा एक साल तक डॉक्टर की निगरानी में रहेगी.

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पूजा ने फोन पर बात कर बताया कि मेरी सास की वजह से मेरी जान बची है. अब मैं अपनी बेटी को गोद में लेकर खेल पाऊंगी. ईश्वर ऐसी सास सबको दे. वही दूसरी तरफ सास बीनम देवी बोलीं जब किसी ने मदद नहीं की, तब मैंने अपनी बहू को किडनी दी. आज वो बिल्कुल ठीक है.

क्या है पूरी कहानी?
मुश्किल समय में पूजा को परिवार से मदद नहीं मिली. उसकी मां ने किडनी देने से इनकार कर दिया, लेकिन पति और सास बीनम देवी ने उसका हौसला बनाए रखा. जब और कोई डोनर उपलब्ध नहीं था, तब बीनम देवी ने निःसंकोच फैसला लिया और अपनी बहू को किडनी देने का साहसिक कदम उठाया.

बहू ने क्या कहा?
पूजा ने भावुक होकर बताया कि मां के मना करने के बावजूद उनकी सास ने खुद को खतरे में डालकर उनकी जिंदगी बचाई. उनके लिए सास किसी देवी से कम नहीं हैं. बीनम देवी ने कहा कि यह कदम उन्होंने अपने फर्ज को निभाने के लिए उठाया. अश्वनी ने भी माना कि उनकी मां ने सास-बहू के रिश्ते में एक नई मिसाल कायम की है.

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