यूपी के बागपत में पांच दिन पहले एक बहन की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया गया था. उसकी आंखों के सामने पति की लहूलुहान लाश पड़ी हुई थी. अब खुलासा हुआ है कि कातिल कोई और नहीं, बल्कि उसका सगा भाई ही है. चीख-चीखकर बहन इंसाफ की मांग रही थी कि 'जिसने मेरे पति को गोली मारी, उसे भी गोली मारी जाए.' फिलहाल, पुलिस ने एनकाउंटर के बाद हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसने अपने जीजा का कत्ल कर बहन को विधवा कर दिया था.
दरअसल, 11 सितंबर 2025 की रात कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के किदवई नगर निवासी सोनू की हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया था. सोनू को उसके ही साले मोहन ने दोस्तों के साथ मिलकर कनपटी पर गोली मार दी और लाश झाड़ियों में फेंक दी थी.
मृतक की पत्नी ज्योति ने बताया कि मौत से चंद मिनट पहले सोनू ने उससे कहा था- 'दो मिनट में आता हूं…' लेकिन वापस लौटी उसके सुहाग की लाश. ज्योति ने फूट-फूटकर कैमरे पर बताया- मेरी मां और जीजा ने साजिश रची थी. मेरे भाई ने मेरे पति को मार दिया. मैंने अपनी आंखों से अपने पति का सिर फटा देखा है. मैं खून का बदला खून से चाहती हूं.
ज्योति के मुताबिक, परिवार में पहले से ही रिश्तेदारी के मसले को लेकर विवाद था. मामा का दामाद दोनों पक्षों में झगड़े की जड़ बना हुआ था. वह अक्सर मायके में रहती थी. रक्षाबंधन पर उसने मायके की बजाय ससुराल को चुना, जिस पर उसकी मां ने धमकी दी थी- “तेरा पति मरवा दूंगी…” और ये धमकी उसके सगे भाई ने पूरी कर दी.
पुलिस ने हत्या के बाद आरोपी मोहन और उसके दोस्तों पर ₹25-25 हजार का इनाम घोषित किया था. कातिल की तलाश में मुखबिर तंत्र एक्टिव था. इस बीच सूचना मिली कि मुख्य आरोपी मोहन बाइक से बिनौली रोड शनि मंदिर की ओर आने वाला है. पुलिस ने फौरन घेराबंदी की. तभी मोहन ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और वो वहीं गिरकर लंगड़ाने लगा. जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया.
मामले में एएसपी प्रवीण सिंह चौहान ने कहा कि 11 सितंबर को सोनू नाम के शख्स की हत्या हुई थी. जिसके मुख्य आरोपी 25 हजारी मोहन के साथ बिनोली रोड पर मुठभेड़ हुई, जिसमें गोली लगने से वह घायल हुआ है. मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी की गई थी. उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा.