अपने मोबाइल पर लोन कंपनियों के फोन आने से केवल आम जनता ही परेशान नहीं है बल्कि देश के वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी भी लोन कंपनियों के इस तरह के अनचाहे कॉल से बचे नहीं हैं.
सोमवार की सुबह जब मुखर्जी महंगाई के मुद्दे पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली और अन्य नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे, तो उनके मोबाइल पर एक फोन आया. बैठक में मौजूद रहे लोगों ने बताया कि मुखर्जी ने अपने सहायकों से यह सोचकर मोबाइल देने को कहा कि यह महत्वपूर्ण फोन कॉल हो सकती है.
हालांकि फोन पर बातचीत करते हुए मुखर्जी ने जवाब में कहा, ‘नहीं, नहीं अभी नहीं. मैं एक बैठक में हूं.’ इसके बाद नाराज दिख रहे मुखर्जी ने अपना मोबाइल फोन संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. नारायणसामी के सुपुर्द कर दिया. जब बैठक में मौजूद अन्य लोगों ने फोन के बारे में पूछा तो मुखर्जी ने बताया कि किसी फाइनेंस कंपनी से फोन था और उनसे आवास ऋण के लिए पूछा गया.
मुखर्जी ने कहा कि उन्हें रोज ऐसे चार पांच फोन आते हैं. कुछ महीने पहले रिलायंस उद्योग के कर्ताधर्ता और भारत के सबसे धनवान उद्योगपति मुकेश अंबानी को भी एक फाइनेंस कंपनी से होम लोन के लिए फोन आने की खबरें आयीं थीं. कुछ सांसदों की भी शिकायत है कि ’डू नॉट डिस्टर्ब’ (डीएनडी) सेवा लेने के बावजूद उन्हें लगातार इस तरह के फोन आते हैं.