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धनतेरस से पहले क्यों इस ज्वैलरी ब्रांड के बायकॉट की हो रही डिमांड, ये PAK इंफ्लुएंसर है वजह

दो दिन बाद धनतेरस है. उससे पहले ही केरल के मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स को लेकर सोशल मीडिया पर एक नया बवाल खड़ा हो गया है. इस ब्रांड का नाम एक नए विवाद से जुड़ गया है. इस वजह से इसके बायकॉट की डिमांड हो रही है. जानते हैं क्या है ये विवाद और क्यों चर्चा में है मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स.

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पाकिस्तानी इंफ्लुएंसर की वजह से इस ज्वैलरी ब्रांड को सता रहा बॉयकॉट का डर (Photo - nstagram/@_alishchaudhary99)
पाकिस्तानी इंफ्लुएंसर की वजह से इस ज्वैलरी ब्रांड को सता रहा बॉयकॉट का डर (Photo - nstagram/@_alishchaudhary99)

पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से चलाए का ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई पाकिस्तानी इंफ्लुएंसर ने टिप्पणी की थी. इनमें से ही एक थी अलिश्बा खालिद. अब यही अलिश्बा को मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने लंदन स्थित अपने नए शोरूम के उद्घाटन पर ब्रांड प्रोमोटर के तौर पर बुलाया था. बस इसके बाद से ही इस ब्रांड के खिलाफ लोगों ने ऑनलाइन गुस्सा निकालना शुरू कर दिया. 

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, धनतेरस से पहले अब ये मामला तूल पकड़ रहा है. दिवाली से पहले आने वाले धनतेरस को त्योहारों की शुरुआत का दिन माना जाता है और इस दिन बड़े पैमाने पर लोग सोने और चांदी के आभूषण खरीदते हैं. ऐसे में केरल के इस ज्वैलरी ब्रांड के ऑनलाइन बहिष्कार की मांग उठने लगी है.  

क्यों भड़का ब्रांड के खिलाफ लोगों का गुस्सा
इस ब्रांड के खिलाफ लोगों का गुस्सा तब भड़का जब सितंबर में लोगों को पता चला कि मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने कंपनी के लंदन स्थित शोरूम के उद्घाटन पर पाकिस्तानी इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर, अलिश्बा खालिद को बुलाया था, जो भारत के ऑपरेशन सिंदूर का मज़ाक उड़ाने के लिए जानी जाती हैं.

मालाबार की सफाई

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अलिश्बा खालिद के साथ कंपनी का संबंध क्षणिक भर का था. वह कभी भी कंपनी के किसी ब्रांड कैंपेन का हिस्सा नहीं रही हैं और ना ही भविष्य में रहेंगी. सूत्रों के अनुसार, अलिश्बा सिर्फ लंदन स्टोर के उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद थीं और उस इवेंट को प्रमोट किया था. वह मालाबार की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा नहीं हैं.

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इसके अलावा, कंपनी ने स्पष्ट किया कि अलिश्बा को मालाबार ने सीधे तौर पर काम पर नहीं रखा था,बल्कि वह थर्ड पार्टी के माध्यम से आई थीं. अब मालाबार ने उस एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, जिसने अलिश्बा की अनुशंसा करते समय लापरवाही बरती.

कोर्ट ने क्या कहा
पिछले महीने, मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने अलिश्बा खालिद के साथ अपने जुड़ाव को लेकर ऑनलाइन आलोचनाओं का सामना करने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया.  इसके बाद कोर्ट ने मेटा, एक्स, गूगल और अन्य प्लेटफॉर्म्स को उस सामग्री को हटाने का निर्देश दिया, जिसके बारे में ब्रांड का दावा था कि वह आपत्तिजनक है और उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही है.

ज्वेलरी ब्रांड ने कोर्ट को बताया कि उसे 'पाकिस्तान समर्थक' के रूप में पेश किया जा रहा है. सितंबर में शुरू हुआ यह विवाद धनतेरस से ठीक पहले अब फिर से तूल पकड़ रहा है. जब भारत में सोने-चांदी की दुकानों में सबसे ज़्यादा कारोबार होता है.

करीना कपूर हैं ब्रांड एंबेस्डर
लंदन स्थित शोरूम के उद्घाटन कार्यक्रम की अब हटाई जा चुकी रील में, पाकिस्तानी इंफ्लुएंसर को ब्रांड की एंबेसडर, बॉलीवुड स्टार करीना कपूर के साथ तस्वीरें खिंचवाते हुए भी देखा गया था. अलीशबा खालिद ने ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर भारत की आलोचना की थी. अब, अलिश्बा खालिद ने मई माह के उन पोस्ट को भी हटा दिया है.  जिनमें उन्होंने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सैन्य कार्रवाई की आलोचना की थी.

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क्या है ऑपरेशन सिंदूर का मजाक उड़ाने वाली पाक इंफ्लुएंसर से कनेक्शन 
तब उन्होंने इंस्टाग्राम और एक्स पर लिखा था -  मुझे पता है कि मेरे 60% फ़ॉलोअर्स भारत से हैं, लेकिन सच कहूँ तो मुझे अब कोई फर्क नहीं पड़ता. मुझे उनकी परवाह नहीं है. मुझे अपने देश, अपने लोगों और इतिहास के सही पक्ष में खड़े होने की परवाह है. 

खालिद ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकवादियों को निशाना बनाना था. जिस जगह को उसने मस्जिद बताया, वह दरअसल जैश-ए-मोहम्मद का एक अड्डा था. जहां आतंकवादी हाफिज सईद 
लोगों को भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए उकसाता था. 

केरल का ये शख्स है मालाबार गोल्ड का मालिक
केरल स्थित अरबपति एम अहमद के स्वामित्व वाली मालाबार गोल्ड एंड डायमंड का दावा है कि उसने खालिद को मई में उनकी विवादास्पद टिप्पणी सामने आने से पहले ब्रिटेन की एजेंसी जेएबी स्टूडियो के माध्यम से काम पर रखा था.

मालाबार ने जोर देकर कहा कि उसे उसके भारत विरोधी विचारों की कोई जानकारी नहीं थी और उसने तब से संबंध तोड़ लिए हैं. हालांकि, लंदन शोरूम लॉन्च के दौरान हाल ही में हुए इस सहयोग को देखने के बाद, सोशल मीडिया पर लोगों ने ब्रांड पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाया, जिसके बाद मालाबार गोल्ड के बहिष्कार की मांग उठने लगी.

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14 देशों में फैला कारोबार
मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने 2025 में 7.5 अरब डॉलर का वार्षिक वैश्विक राजस्व दर्ज किया और कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आभूषण खुदरा विक्रेता है. यह भारत, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा सहित 14 देशों में कार्यरत है.

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड के खिलाफ नए सिरे से बहिष्कार का आह्वान धनतेरस से पहले किया गया प्रतीत होता है. जब भारतीय और प्रवासी भारतीय समृद्धि के लिए सोना और चांदी खरीदने के लिए आभूषण की दुकानों में आते हैं.

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