प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड की सत्ताधारी पार्टी (JMM) के नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के 18 ठिकानों पर एकसाथ छापा मारा. इस दौरान ED ने एक आरोपी हीरा भगत के आवास से 3 करोड़ रुपये से अधिक कैश जब्त किया. सोशल मीडिया पर जब्त किए गए कैश की तस्वीर वायरल हो रही है. यूजर्स इसपर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर ये पैसे किसके हैं?
दरअसल, शुक्रवार (8 जुलाई) को साहिबगंज जिले के बरहेट और राजमहल में पंकज मिश्रा के कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई. मामला माइनिंग घोटाले से जुड़ा हुआ है. इस दौरान मिश्रा के करीबी हीरा भगत के आवास से ED ने बड़ी मात्रा में नकदी जब्त की. नकदी इतनी बड़ी मात्रा में थी काफी देर तक नोटों की गिनती चलती रही.
बताया जा रहा है कि ED ने 3 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद किया है. मिले कैश की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. किसी यूजर ने कहा- खजाना मिल गया, तो किसी ने लिखा- प्रतिनिधि के करीबी घर में इतना कैश देखकर दिमाग घूम गया.
#झारखंड संपदा से भरा हुआ राज्य है... और इसका खनन ED कुछ महीनों से राज्य के तरक्की के लिए कर रही है pic.twitter.com/dMimyYCLU0
— Desi Baba (@DesiBaba1008) July 9, 2022
कौन कहता है कि झारखंड में पैसों की की कमी एवं लोग गरीब है?
दुमका भारत के झारखंड राज्य के उपराजधानी है
क्षेत्रफल: 4,404 km²
ऊंचाई: 137 मी
जनसंख्या: 1321442
झारखंड के अकाउंटेंट #ED को होना चाहिए ताकि आंकलन सही से हो सके।
सहमत है तो एक लाइक कर दे pic.twitter.com/JUaz0kd0zR
— santosh bhagat (@santosh3bhagat) July 9, 2022
ट्विटर पर @CPChinda नाम के यूजर ने लिखा- बिहार की तरह झारखंड भी एक गरीब राज्य है. ED की छापेमारी में तीन करोड़ नकद बरामद हुआ. राजनेता गरीब से गरीब राज्य को लूटने से नहीं कतराते. बीजेपी ने भी इस मसले पर राज्य सरकार को घेरा है.
Like Bihar Jharkhand is also a poor state. 3 crore cash found in a raid by ED officials. Politicians do not shirk to loot the poorest of the poor state. #Jharkhand
— Chander Parkash (@CPChinda) July 8, 2022
क्या है मामला?
दरअसल, यह मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े खनन लीज और शेल कंपनियों में उनके और उनके करीबियों की हिस्सेदारी से जुड़ा है. जिसको लेकर PIL दायर कर CBI और ED से जांच कराए जाने की मांग की गई थी. अब मामला हाई कोर्ट में है, जहां इसकी सुनवाई चल रही है.