मध्यक्रम के बल्लेबाज रोहित शर्मा (नाबाद 86) के साहसी अर्धशतक की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को तीसरे एकदिवसीय मैच में तीन विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला अपने नाम कर ली.
भारतीय टीम ने जीत के लिए जरूरी 226 रन का लक्ष्य 46.2 ओवर में सात विकेट खोकर हासिल किया. रोहित ने 91 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े.
रोहित के अलावा सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल (46), हरभजन सिंह (41) और अंतिम पलों में प्रवीण कुमार (15 गेंदों में नाबाद 25 रन) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं. इस जीत के साथ भारत ने वनडे श्रृंखला में 3-0 से अजेय बढत बना ली.
भारत एक समय 92 रन पर छह विकेट गंवाकर जूझ रहा था, लेकिन रोहित ने हरभजन के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 88 रन जोड़कर टीम को परेशानियों से उबारा. भारत के चार प्रमुख बल्लेबाज शिखर धवन (04), विराट कोहली (00), कप्तान सुरेश रैना (03) और यूसुफ पठान (01) दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके जबकि बद्रीनाथ ने 11 रन बनाए.
इससे पहले वेस्टइंडीज ने आलराउंडर एंड्रे रसेल (नाबाद 92) की आतिशी पारी की बदौलत संकट से उबरते हुए आठ विकेट के नुकसान पर 225 रन बनाए.
भारत के लेग स्पिनर अमित मिश्रा (28 रन देकर तीन विकेट) और तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल (60 रन देकर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी की वजह से वेस्टइंडीज एक समय 96 रन पर सात विकेट गंवाकर बहुत बड़े संकट में था लेकिन इसके बाद मैदान में उतरे रसेल ने धुआंधार बल्लेबाजी की.
रसेल ने अपनी लाजवाब पारी से वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को सम्मानजनक स्कोर दिया. रसेल ने 64 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और पांच लंबे छक्के जड़े. वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी रही थी और उसका स्कोर 14.4 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 65 रन था लेकिन अगले 14.5 ओवर में भारतीय गेंदबाजों ने विपक्षी बल्लेबाजों पर हावी होते हुए 31 रन के भीतर छह खिलाडियों को पवेलियन की राह दिखाई और स्कोर 96 रन पर सात विकेट हो गया.
रसेल ने बॉ (73 गेंद में 36 रन) के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 78 रन बनाए और भारतीय गेंदबाज वेस्टइंडीज के पुछल्ले बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे. रसेल ने रैना को निशाना बनाते हुए उनके एक ओवर में 22 रन ठोके.
वेस्टइंडीज के कप्तान डारेन सैमी ने श्रृंखला के शुरुआती दोनों मैच हारने के बाद अपनी टीम के बल्लेबाजों से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कहा था लेकिन बल्लेबाजी क्रम फिर असफल रहा.
इससे पहले रैना ने टास जीतकर मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. मुनाफ ने कप्तान के निर्णय को सही साबित करते हुए पारी के दूसरे ओवर में वेस्टइंडीज को किर्क एडवर्डस (00) के रूप में पहला झटका दिया.
लिंडल सिमंस (45) और रामनरेश सरवन (28) ने दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े. सरवन के रन आउट होने के बाद मिश्रा ने विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बनाते हुए तीन झटके दिए. हरभजन ने आक्रामक बल्लेबाज किरोन पोलार्ड (06) का आउट करके एकमात्र सफलता हासिल की.
सरवन के रन आउट होने के बाद मिश्रा ने अपने लगातार तीन ओवरों में तीन विकेट हासिल किए. मिश्रा ने सबसे पहले सैमुल्स (01) को अपना शिकार बनाया और फिर वनडे क्रिकेट में पदार्पण कर रहे डैंजा हयात (01) को बोल्ड कर दिया. मिश्रा ने 22वें ओवर में सलामी बल्लेबाज सिमंस को पहली स्लिप पर खड़े कोहली के हाथों कैच आउट करवाया. पोलार्ड 25वें ओवर में क्रीज पर उतरे. इस बल्लेबाज को हरभजन ने विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच करवाकर वेस्टइंडीज को बड़ा झटका दिया.
मुनाफ ने 30 में ओवर में कप्तान सैमी का विकेट झटका और वेस्टइंडीज 96 रन पर सात विकेट खोकर गहरे संकट में फंस गया. इसके बाद रसेल ने अपने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और मेजबानों ने अंतिम तीन ओवर में 47 रन बटोरे.
रैना ने 31वें ओवर तक अपने पांचवें गेंदबाज का प्रयोग नहीं किया और इसके बाद पठान, कोहली और रैना ने मिलकर पांचवें गेंदबाज के कोटे के 10 ओवर फेंके जिसमें 65 रन गये.