मुंबई के कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इतना ही नहीं, मायानगरी में दोपहर 4.79 मीटर हाई टाइड की चेतावनी भी जारी की गई है.
जुलाई का महीना शुरू हो गया, लेकिन दो-तिहाई से ज्यादा हिन्दुस्तान अब भी मानसून की बारिश के लिए तरस रहा है. कोलकाता से लेकर दिल्ली, जयपुर तक हाहाकार मचा है, पर बारिश का नामोनिशान नहीं है, लेकिन बीती रात मुंबई में इतनी बारिश हुई कि पूरा इलाका तर-बतर हो गया. मुंबई की सड़कें बारिश के पानी से लबालब भरी हैं. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर मानसून पूरी तरह मेहरबान हो चुका है.
मुंबई के माटुंगा, हिंदमाता, सेंट्रल मुंबई आदि कई इलाकों में जोरदार बारिश के बाद सड़कों पर पानी जमा हो गया है. घंटों की बारिश में सड़कों पर इतना पानी जमा हो गया कि लोगों को आने जाने में भी परेशानी होने लगी है.
हालात बेकाबू होता देख बीएमसी कर्मचारियों ने तुरंत बड़े-बड़े वाटर पम्पिंग सेट चालू कर दिए. खुले मेनहोल पर खतरे का बैनर लगा दिया है. हालात काबू में हैं, लेकिन इस बारिश ने तमाम दावों और इंतजामों की पोल खोल दी है.
मुंबई में पिछले 24 घंटे में कई बार रह-रहकर झमाझम बारिश हुई और दादर, घाटकोपर,वाशी, माटुंगा समेत कई नीचले इलाकों में पानी जमा होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी.
सवाल यह है कि मानसून की शुरुआती बारिश में ही मुंबई की नालियां दम तोड़ती दिख रही हैं, तो आगे क्या होगा? आखिर बीएमसी ने बारिश के पानी से निबटने के कैसे इंतजाम किए हैं.