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एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जाब्स का निधन

दुनियाभर में संगीत सुनने, कंप्यूटर का इस्तेमाल करने और फोन पर संपर्क साधने का अकेलेदम अंदाज बदलने वाले एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जाब्स का निधन हो गया. उनके जाने से खाली हुई जगह को अब भरना मुश्किल होगा.

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स्टीव जाब्स
स्टीव जाब्स

दुनियाभर में संगीत सुनने, कंप्यूटर का इस्तेमाल करने और फोन पर संपर्क साधने का अकेलेदम अंदाज बदलने वाले एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जाब्स का निधन हो गया. उनके जाने से खाली हुई जगह को अब भरना मुश्किल होगा.

 

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56 वर्ष के जाब्स का स्वास्थ्य पिछले कई वर्ष से खराब था. वह पैंक्रियास की परेशानी झेल चुके थे. उन्होंने केलिफोर्निया के पालो अल्तो में अंतिम सांस ली और उस समय उनकी पत्नी तथा परिवार के बाकी लोग उनके पास थे.

उनकी मौत से एक दिन पहले ही एप्पल ने अपना नया आई फोन बाजार में उतारा. इस उपकरण ने मोबाइल संपर्क का अंदाज ही बदल डाला है.

एक संक्षिप्त बयान में एप्पल के निदेशक मंडल ने कहा कि हमें यह घोषणा करते हुए बहुत दुख हो रहा है कि स्टीव जाब्स का निधन हो गया. बयान के अनुसार स्टीव की प्रतिभा, जुनून और उर्जा कंपनी के असंख्य अविष्कारों का आधार बनी, जिससे हम सबका जीवन समृद्ध और बेहतर बना. स्टीव की वजह से दुनिया बेहतर हुई. प्रौद्योगिकी की दुनिया के बेताज बादशाह जाब्स को 2004 में पैंक्रियाज कैंसर की शिकायत हुई और 2009 में उनका यकृत बदला गया.

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इस वर्ष जनवरी के बाद से वह कंपनी के कामकाज से छुट्टी पर थे, लेकिन कभी कभार दिखाई देते थे. मार्च में उन्होंने आई पैड का दूसरा संस्करण बाजार में उतारा और फिर सिलिकान वैली में राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा टैक्नॉलॉजी के दिग्गजों के लिए आयोजित रात्रि भोज में शामिल हुए. जून में वह सान फ्रांसिस्को में एप्पल के आई क्लाउड के बारे में बताने के लिए एक बार फिर सामने आए.

पिछले कुछ वर्ष से स्टीव की बिगड़ती तबीयत नजर आने लगी थी और हर बार वह जब एप्पल के नये नवेले उत्पादों को पेश करने के मौके पर सार्वजनिक तौर पर सामने आते थे तो पहले से ज्यादा कमजोर और निस्तेज नजर आते थे. अगस्त में प्रौद्योगिकी जगत को ताज्जुब में डालने वाले घटनाक्रम में जाब्स ने एप्पल के सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया और टिम कुक को अपना उत्तराधिकारी बनाया.

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एप्पल के निदेशक मंडल और एप्पल समुदाय को लिखे पत्र में जाब्स ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि अगर कोई ऐसा दिन आया जब मैं एप्पल के सीईओ के तौर पर अपने दायित्वों और अपेक्षाओं के अनुरूप काम नहीं कर पाया तो मैं सबसे पहले आपको बताउंगा और दुर्भाग्य से वह दिन आ गया है. जाब्स बोर्ड के चेयमैन बने रहे.

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एप्पल के सबसे ज्यादा प्रचलित और प्रतिष्ठित उत्पाद जैसे आई पॉड, आई फोन और आई पैड जाब्स की दूरदर्शिता और कौशल का परिणाम थे. उनके नेतृत्व में एप्पल ने आई पॉड के जरिए संगीत जगत की नयी परिभाषा गढ़ी. आई फोन ने मोबाइल की दुनिया का अंदाज बदला और आई पोड ने मनोरंजन और मीडिया जगत को नये मायने दिए.

अगस्त में एप्पल ने कुछ वक्त के लिए एक्सोन मोबाइल को पछाड़कर देश की सबसे मूल्यवान कंपनी होने का गौरव हासिल किया, जब उसकी बाजार पूंजी 346 अरब डालर तक पहुंच गई.

जाब्स की लगातार बिगड़ती हालत और कंपनी के कामकाज से दूर रहने के कारण उनकी गैर मौजूदगी में कंपनी चलाने को लेकर चिंता बढ़ती रही.

जाब्स ने कंपनी के सीईओ के पद से दिए अपने इस्तीफे में लिखा कि मेरा मानना है कि एप्पल के सबसे चमकदार और बेहतर दिन आगे आने वाले हैं और मैं एक नयी भूमिका में इसकी सफलता में योगदान देने के प्रति आशान्वित हूं. एप्पल में मैंने अपने कुछ बेहतरीन दोस्त बनाए हैं और मैं कई वर्ष तक आपके साथ कर पाने के लिए आपको धन्यवाद देता हूं.

जाब्स ने 1976 में अपने घर के गैराज में स्टीव वोज्नियाक के साथ एप्पल की शुरूआत की और एप्पल दो तथा मैसिनटोश कंप्यूटर्स का विकास किया. उन्होंने कंपनी के निदेशक मंडल के साथ विवाद के चलते 1985 में कंपनी छोड़ दी.

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अगले वर्ष उन्होंने नैक्स्ट कंप्यूटर की स्थापना की. 1986 में उन्होंने लुकासफिल्म के कंप्यूटर ग्राफिक्स डिवीजन को खरीद लिया और इसे एक स्वतंत्र एनीमेशन स्टूडियो पिक्सर के तौर पर फिर से स्थापित किया.

करीब एक दशक बाद 1996 में एप्पल ने नैक्स्ट को खरीद लिया और जाब्स को एप्पल में वापिस लाया गया. 1997 से जाब्स ने कंपनी के सीईओ के तौर पर काम शुरू किया और जीवन के अंतिम दिनों तक इसी पद पर बने रहे.

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