इंग्लैंड की स्टोक-ऑन-ट्रेंट सिटी में बेहद ही दर्दनाक हादसा हुआ. यहां दो साल की एक बच्ची ने टॉफी समझकर रिमोट कंट्रोल की बैटरी निगल ली. इसके बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मौत के बाद बच्ची की मां लोगों को अवेयर कर रही है, कि इस खतरे से बच्चों को दूर रखें. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
स्टोक-ऑन-ट्रेंट सिटी की रहने वाली दो साल की बच्ची हार्पर ली की दर्दनाक मौत के बाद उसकी मां स्टेसी निकलिन को गहरा आघात लगा है. इस घटना के बाद वो अन्य माता पिता को जागरुक कर रही है कि बच्चों को रिमोट और ऐसे खिलौनों से दूर रखें, जिसमें बटन बैटरी का प्रयोग होता है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
इस हादसे के बारे में बताते हुए स्टेसी निकलिन ने कहा कि वह जब दो साल की मासूम हार्पर ली को याद करती है, तो उसकी रूह कांप उठती है. जब ये हादसा हुआ, तो बेटी कमरे में अकेली थी. उसने कुछ निगल लिया था. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
उसने बताया कि बच्ची की देखभाल उसकी बड़ी बहन जेमी लेह कर रही थी. जब बच्ची ने बैटरी निगली, तो उसका सिर अचानक पीछे की ओर जाने लगा और उसके मुंह से खून गिरने लगा. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
स्टेसी निकलिन ने बताया कि वह कुछ भी बोल नहीं रही थी. उसकी आंखें बस बंद हो गई और वह मुझसे वापस बात नहीं कर सकी, जिसके बाद उसे रॉयल स्टोक यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार शुरू कर दिया गया. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि शायद उनकी बेटी ने बैटरी निगल ली है. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक सर्जरी के दौरान हार्पर ली की मृत्यु हो गई. इसके बाद मां जब घर पहुंची, तो उसे बेडरूम में रिमोट कंट्रोल मिला, जिसमें से बैटरी गायब थी. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
उसने बताया कि 'हम इसके खतरों को नहीं जानते थे. एक खिलौने की वजह से बच्ची की जान चली जाएगी. घर पहुंचने के बाद मैंने दूसरी बेटी को बताया कि उसकी छोटी बहन मौत हो गई है. इस घटना से पूरा परिवार दुखी था.' (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
रॉयल स्टोक यूनिवर्सिटी अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अन्ना पिगॉट ने कहा कि ब्रिटेन में बैटरी निगलने से बच्चों की मौत या बहुत गंभीर चोटों के कई मामले सामने आए हैं. स्टोक-ऑन-ट्रेंट सिटी काउंसिल ने कहा कि यह एक “दुखद दुर्घटना” थी. बैटरी के इन खतरों के बारे में जागरुकता से इस प्रकार की घटनाओं में कमी आएगी. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)