दुबई की राजकुमारी शेख लतीफा का महीनों से कुछ अता-पता नहीं है, लेकिन इस सप्ताह दो इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट की गईं तस्वीरों में कथित तौर पर दुबई की राजकुमारी को देखा जा रहा है, लेकिन रहस्य अभी भी बरकरार है कि राजकुमारी इतने दिनों से कहां थीं.
दुबई की राजकारी इस साल फरवरी में उस समय चर्चा में आईं, जब उन्होंने अपने महल के बाथरूम में एक वीडियो शूट किया. फिर उस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. उस वीडियो के वायरल होते ही हंगामा मच गया. दरअसल, राजकुमारी ने उस वीडियो में इल्जाम लगाया कि दुबई के शासक ने उसे कैद कर रखा है. पिछले दो साल से उसने सूरज की रोशनी तक नहीं देखी है.
दुबई के बादशाह शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम की बेटी यानी प्रिंसेस ऑफ दुबई शेख लतीफा बिंत मोहम्मद अल मख्तूम को आखिरी बार सार्वजनिक तौर पर 2018 में तब देखा गया था. जब उन्होंने अपनी अलग दुनिया बसाने के इरादे से शाही खानदान से दूर भागने की कोशिश की थी. लेकिन वो पकड़ी गईं और इसके बाद से वो लगातार अपने परिवार के साथ दुबई में ही रह रही थीं.
bbc.com की रिपोर्ट के मुताबिक इस सप्ताह सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीर की पुष्टि प्रिंसेज लतीफा के एक मित्र ने की है, जिसमें उसने बताया है कि तस्वीर में दिखने वाली महिला राजकुमारी ही है. कई महीनों बाद ये तस्वीरें अचानक इस तरह आने के बाद एक बार फिर से मामला गरमा गया है. फ्री लतीफा कैंपेन के सह-संस्थापक डेविड हेग ने एक बयान जारी कर कहा है, "हम पुष्टि कर सकते हैं कि इस कैंपेन में कई सकारात्मक और महत्वपूर्ण प्रगति हुई हैं. अभी इस मुद्दे पर हम टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन उचित समय आने पर हम बयान जारी करेंगे."
संयुक्त राष्ट्र ने इस ताजा तस्वीर पर किसी तरह की टिप्पणी देने से इनकार कर दिया है और कहा है कि उसे "प्रिंसेज लतीफा के जीवित होने से जुड़े ठोस सबूत" का इंतजार है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि सऊदी अरब अमीरात ने उसे इस बाबत जानकारी देने का वादा किया है. इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट की गई तस्वीरों में राजकुमारी एक शॉपिंग मॉल (मॉल ऑफ अमीरात, एमओई) में दो अन्य महिलाओं के साथ बैठी देखी जा सकती हैं.
प्रिंसेज की दोस्तों ने bbc.com से कहा कि वो तस्वीर में दिख रही दोनों महिलाओं को जानती हैं और प्रिंसेज लतीफा की भी उनसे जान पहचान है. ये तस्वीर इंस्टाग्राम पर अपलोड की गई थीं, जिस कारण इसका मेटाडेटा नहीं निकाला जा सकता. मेटाडेटा से तस्वीर लेने का सही वक्त और तारीख के साथ-साथ उसकी सही लोकेशन का भी पता चल सकता है.
इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गईं इन तस्वीरों को पलटा गया है. तस्वीर में पीछे "डेमन स्लेयर: मुगेन ट्रेन" नाम की एक मूवी का विज्ञापन है. ये मूवी दुबई में इस साल 13 मई को रिलीज हुई थी. इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसी सप्ताह गुरुवार को ये तस्वीर अपलोड की गई थीं. इनमें से एक ने तस्वीर के साथ लिखा है कि "दोस्तों के साथ एमओई मॉल में एक खूबसूरत शाम." ह्यूमन राइट्स वॉच एडवोकेसी ग्रूप के केनेथ रॉस ने बताया कि "अगर हम ये मान भी लें कि ये तस्वीर असली हैं तो इससे इस बात का सबूत तो मिलता है कि प्रिंसेज लतीफा जीवित हैं, लेकिन इससे उनके बंधक बनाकर रखे जाने या फिर आजादी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती."
शाही परिवार की ओर से इन तस्वीरों के बारे में कोई कमेंट नहीं किया गया है. हालांकि इस साल फरवरी में जानकारी दी गई थी कि "प्रिंसेज लतीफा घर पर हैं और उनकी देखभाल की जा रही है." बता दें साल 2018 मे लतीफा ने अपना देश छोड़कर भागने की कोशिश की थी. तब लतीफा अपने एक फ्रांसीसी दोस्त के साथ गोवा के समंदर से लापता हो गई थी. और उन्होंने एक के सहारे बताया था कि उन्हें कुछ लोगों ने किडनैप कर लिया है. चूंकि वारदात भारत के समंदर में हुई थी, लिहाजा भारतीय नौसेना को उन्हें ढूंढ़ने का काम सौंपा गया. तब लतीफ़ा एक जहाज में संदिग्ध हालत में बंधक पाई गई, जहां से उन्हें मुक्त कराकर दुबई भेज दिया गया. लेकिन बाद में पता चला कि लतीफा ने खुद ही अपना देश छोड़ा था और वे किसी दूसरे देश में शरण लेने की तैयारी कर रही थीं. (फोटो-INSTAGRAM) (फोटो-Social Media)