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इस देश में है 'व्हाइट सिटी', जहां इमारतें, कार और फुटपाथ सबका रंग है सफेद

जयपुर पिंक सिटी है, लेकिन दुनिया में एक शहर ऐसा भी है जहां पूरा सिस्टम ही एक रंग पर चलता है. यहां इमारतों से लेकर कारों तक सबकुछ एक ही रंग में दिखता है और यह सिर्फ शौक नहीं, कड़ा नियम है. किस वजह से इस शहर पर सफेदी का कानून लागू हुआ? और कैसे बना यह जगह दुनिया की अनोखी व्हाइट सिटी?

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सफेसफेद संगमरमर से ढका दुनिया का सबसे चमकदार शहर (Photo: x.com/ @HumanCultures)
सफेसफेद संगमरमर से ढका दुनिया का सबसे चमकदार शहर (Photo: x.com/ @HumanCultures)

आपने भारत के जयपुर को 'पिंक सिटी' के नाम से कई बार सुना होगा, लेकिन दुनिया में एक शहर ऐसा भी है जहां रंग कोई साधारण बात नहीं, बल्कि एक सरकारी आदेश है. यह शहर रंगीन कपड़ों या रंगीन कारों को बर्दाश्त नहीं करता, यह पूरी तरह से सफेदी को समर्पित है. हम बात कर रहे हैं तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात की, जिसे दुनिया आधिकारिक रूप से 'व्हाइट मार्बल सिटी' (सफेद संगमरमर का शहर) के नाम से जानती है. यहां संगमरमर सिर्फ इमारतों पर नहीं चढ़ा है, बल्कि यह यहां के नियम और कानून का हिस्सा है.

मार्बल सिटी की चकाचौंध

अश्गाबात की पहचान है यहां की अद्भुत और चकाचौंध कर देने वाली सफेदी. इस शहर की हर इमारत, सड़क, फुटपाथ और यहां तक कि छोटे-छोटे बस स्टॉप और लैम्प पोस्ट भी शुद्ध सफेद रंग के संगमरमर से बने हैं. जब सूरज की रोशनी इन सफेद सतहों पर पड़ती है, तो शहर दूर से ही दमकता हुआ नजर आता है. पर्यटकों को अक्सर यह सलाह दी जाती है कि वे धूप का चश्मा पहने बिना बाहर न निकलें, क्योंकि यह शहर इतना चमकदार है कि आंखें भी चौंधिया सकती हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटक अक्सर इसे 'संगमरमर की चादर में लिपटा एक दृश्य चमत्कार' कहते हैं.

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गिनीज बुक का अनोखा रिकॉर्ड

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अश्गाबात को यूं ही 'व्हाइट मार्बल सिटी' नहीं कहा जाता. साल 2000 के बाद जब देश ने खुद को सोवियत संघ के पुराने ढांचे से बाहर निकाला, तब यहां के तत्कालीन राष्ट्रपति ने इस शहर को पूरी तरह से सफेद संगमरमर से ढंकने का अभियान शुरू किया. इस दौरान, 550 से अधिक ऊंची-ऊंची इमारतों का निर्माण किया गया, जिनमें बड़े पैमाने पर सफेद संगमरमर का उपयोग हुआ. इस विशाल प्रयोग के कारण ही अश्गाबात का नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है. इतना ही नहीं इसे दुनिया में सबसे अधिक सफेद संगमरमर का इस्तेमाल करने वाले शहर का खिताब मिला है.

राष्ट्रपति का शौक बना कठोर कानून

अश्गाबात को विशिष्ट बनाने वाला सबसे कड़ा नियम यहां चलने वाली कारों से जुड़ा है. इस शहर में सिर्फ सफेद रंग की कारें ही सड़कों पर चल सकती हैं. अगर आप लाल, नीली, काली या किसी अन्य रंग की गाड़ी लेकर निकलते हैं, तो तुर्कमेनिस्तान पुलिस उसे तत्काल ज़ब्त कर लेती है और भारी जुर्माना लगाती है.

इस अजीबोगरीब नियम की शुरुआत साल 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति गुरबांगुली बेर्दीमुखामेदोव ने की थी. माना जाता है कि राष्ट्रपति को सफेद रंग बेहद पसंद था, जो कि शायद उनके डेंटिस्ट के पहले प्रोफेशन से जुड़ा हो सकता है, जहां सफेद दांत आदर्श माने जाते हैं. हालांकि, उनका यह व्यक्तिगत शौक बाद में एक सख्त राष्ट्रीय कानून बन गया, जिसने अश्गाबात को रंगों के मामले में दुनिया का सबसे एकरंगा शहर बना दिया.

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अद्वितीय रिकॉर्ड्स का शहर

सफेद संगमरमर के अलावा, अश्गाबात कई अन्य अनोखे रिकॉर्ड्स का घर भी है. यहां पर 133 मीटर ऊंचा दुनिया का सबसे ऊंचा फ्लैगपोल मौजूद है और साथ ही सबसे बड़ा इनडोर फेरिस व्हील भी है, जिसका ढांचा भी सफेद मार्बल से बना हुआ है. इसके अलावा शहर का मुख्य स्मारक, इंडिपेंडेंस मॉन्यूमेंट, भी सुनहरी प्रतिमा को छोड़कर पूरी तरह से सफेद रंग में है.

संक्षेप में कहें तो, अश्गाबात सिर्फ तुर्कमेनिस्तान की राजधानी नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी जगह है, जहां एक रंग ने पूरे शहर की आबोहवा, पहचान और यहां तक कि यातायात के नियम तक तय कर दिए हैं. इसीलिए दुनिया इस जगह को 'सफेद संगमरमर का चमत्कार' कहती है.

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