इकबाल सिंह लालपुरा (Iqbal Singh Lalpura) एक पूर्व IPS अधिकारी और राजनेता हैं. उन्होंने भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के रूप में काम किया. वह जरनैल सिंह भिंडरांवाले की गिरफ्तारी के लिए जाने जाते हैं. लालपुरा 1978 के सिख-निरंकारी झड़प के जांच अधिकारी थे. सिख समुदाय के सदस्य लालपुरा पंजाब के रहने वाले हैं.
पुलिस बल से रिटायर होने के बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और पंजाब भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न पदों पर काम किया. वे कार्यकारी सदस्य, इंटेलेक्चुअल सेल के संयोजक, उपाध्यक्ष, राज्य उपाध्यक्ष, पंजाब के राज्य प्रवक्ता भी रहे. उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया और 10 सितंबर 2021 को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया. उन्हें 2022 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया और वह टेलीविजन बहसों में अपनी उपस्थिति के लिए जाने गए.