गजपति
गजपति जिला (Gajapati) भारत के ओडिशा राज्य का एक जिला है (District of Odisha). यह 2 अक्टूबर 1992 को गंजम जिले से अलग कर बनाया गया था (Formation of Gajapati). गजपति जिले का नाम परलाखेमुंडी एस्टेट के राजा कृष्ण चंद्र गजपति नारायण देब पर रखा गया था, जो उड़ीसा के पहले प्रधान मंत्री भी थें. परलाखेमुंडी (Parlakhemundi) में जिला मुख्यालय है. पूर्व में एक जमींदारी, परलाखेमुंडी के ज्यामितीय केंद्र के आसपास लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में समूहित किया गया है. जिला रेड कॉरिडोर का एक हिस्सा है (Gajapati Red Corridor).
जिले की सीमा दक्षिण में आंध्र प्रदेश, पश्चिम में रायगडा जिले, पूर्व में गंजम जिले और उत्तर में कंधमाला जिले के साथ लगती है. जिला पूर्वी घाट के पहाड़ी इलाके में स्थित है. पूर्वी घाट का एक खंड महेंद्रगिरि पर्वत इसी जिले में स्थित है. यह ओडिशा का तीसरा सबसे कम आबादी वाला जिला है (Gajapati Location). इस जिले में दो विधानसभा क्षेत्र हैं (Gajapati Constitueny).
2011 की जनगणना के अनुसार गजपति जिले की जनसंख्या 577,817 है (Gajapati Population). जिले का जनसंख्या घनत्व 133 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है (Gajapati Density). 2001-2011 के दशक में इसकी जनसंख्या वृद्धि दर 10.99% थी (GajapatipOpulation Growth). गजपति में हर 1000 पुरुषों पर 1042 महिलाओं का लिंगानुपात है (Gajapati Sex Ratio) और साक्षरता दर 54.29% है (Gajapati Literacy).
ओडिशा के गजपति जिले में तेंदुए के अवैध शिकार मामले में वन विभाग ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक कुल 9 लोग पकड़े गए हैं, जिनमें एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी भी शामिल है. आरोपियों से तेंदुए की खाल, दांत, हथियार और जाल बरामद हुए हैं. जब्त अंगों की डीएनए जांच कराई जाएगी. विभाग ने आगे और गिरफ्तारी की संभावना जताई है.
ओडिशा के गजपति जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक अपराधी पुलिस पुलिस कस्टडी से फरार हो गया. अपराधी के पुलिस कस्टडी से भागने का वीडियो भी सामने आया है.