सीजफायर (ceasefire) एक ऐसा समझौता होता है जिसमें दो या दो से अधिक विरोधी पक्ष अस्थायी या स्थायी रूप से युद्ध को रोकने पर सहमत होते हैं. यह कदम आमतौर पर युद्ध हो रहे क्षेत्रों में शांति बहाल करने, वार्ता का मार्ग प्रशस्त करने और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए उठाया जाता है. सीजफायर केवल गोलीबारी रोकने तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह एक बड़े कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा भी होता है.
भारत में सीजफायर भारत-पाकिस्तान सीमा और जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में चर्चा में रही है. 2003 में भारत और पाकिस्तान ने एक द्विपक्षीय सीजफायर समझौता किया था, जिसे कई बार उल्लंघनों के बावजूद फिर से लागू किया गया. 2021 में दोनों देशों ने नियंत्रण रेखा पर सीजफायर की पुनः पुष्टि की, जिससे सीमावर्ती इलाकों में आम नागरिकों को बहुत राहत मिली.
सीजफायर कोई अंतिम समाधान नहीं है, लेकिन यह युद्ध और हिंसा की आग में एक ठंडक का एहसास जरूर है.
पाकिस्तानी सेना ने 26 और 27 अक्टूबर की रात को LOC यानि लाइन ऑफ़ कंट्रोल रेखा पर सीजफायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के लीपा घाटी में भारतीय सेना की चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी और मोटार्र दागे.
थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की उपस्थिति में एक विस्तारित युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए. ये समझौता क्वालालंपुर में एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस (ASEAN) के शिखर सम्मेलन में ट्रंप के पहुंचने के ठीक बाद किया गया जो तीन महीने पहले हुई एक संधि पर आधारित है.
पाकिस्तान ने अफगान तालिबान सरकार के साथ सीजफायर समझौते के बाद अफगान ट्रांजिट ट्रेड (आगमन वाणिज्य) को चरणबद्ध तरीके से फिर से शुरू कर दिया है. लगभग 300 फंसे हुए वाहन अब सीमा पार भेजे जा रहे हैं जिससे व्यापारियों और कार्गो ऑपरेटरों को राहत मिलने की उम्मीद है. अधिकारियों ने सुरक्षा जांच को और कड़ा कर दिया है ताकि तस्करी और अवैध व्यापार रोका जा सके.
गाजा में करीब 2 साल चले युद्ध के बाद इज़रायल और हमास के बीच सीजफायर समझौता लागू हो गया है, जिसकी औपचारिक घोषणा शुक्रवार को इज़रायली डिफेंस फ़ोर्स ने की.
राहुल गांधी ने बुधवार को संसद परिसर में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी नहीं कहा कि सीजफायर को लेकर ट्रंप झूठ बोल रहे हैं. सबको मालूम है कि पीएम मोदी बोल नहीं पा रहे हैं क्योंकि अगर उन्होंने बोल दिया तो ट्रंप भी खुलकर बोलेगा और सारी सच्चाई बाहर रख देगा.
एस जयशंकर ने कहा कि सीज़फायर में अमेरिका का कोई हाथ नहीं था. इसके विपरीत, डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाई थी. ट्रंप लगातार इस तरह के बयान देते आ रहे हैं जिसमें वह खुद को इसका श्रेय देते हैं.
Thailand-Cambodia के बीच हुआ सीजफायर, Malaysia ने किया दावा
मानसून सत्र शुरू हो गया है. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार पहले ही तैयार हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो सत्र से पहले ही वे बातें दोहरा दी, जो अब तक की बीजेपी की रैलियों में सुना जा चुका है. लेकिन, विपक्ष ने संसद में सरकार को घेरने के लिए हमले तेज कर दिये हैं. जिसके जवाब में सरकार की तरफ से वही हुआ, जिसकी उम्मीद थी.
हमास और इजरायल के बीच अप्रत्यक्ष सीजफायर को लेकर पहले दौर की वार्ता बेनतीजा रही. दोहा में अप्रत्यक्ष वार्ता के पहले सत्र के बाद फिलिस्तीनी सूत्रों ने दावा किया कि इजरायली प्रतिनिधिमंडल को पर्याप्त अधिकार नहीं दिए गए हैं और उनके पास हमास के साथ समझौता करने की वास्तविक शक्ति नहीं है.
भारत पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर डोनाल्ड ट्रंप कई बार क्रेडिट ले चुके हैं..हालांकि भारत सरकार ये साफ कर चुकी है कि युद्ध को रोकने की बातचीत द्विपक्षीय थी..अब ट्रंप ने एक बार फिर भारत पाक युद्ध को रुकवाने का दावा किया है.
ईरान-इजराइल युद्ध में पिछले 24 घंटों में कई मोड़ आए हैं, जिससे युद्ध की स्थिति पर अनिश्चितता बनी हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले सीजफायर का ऐलान किया, लेकिन बाद में इजराइल और ईरान दोनों पर सीजफायर तोड़ने का आरोप लगाया. ट्रंप के इस बयान से कि ईरान ने अमेरिकी बेस पर हमले से पहले सूचना दी थी, यह सवाल उठ रहा है कि 'क्या वाकई आपस में फिक्स्ड मैच चल रहा है?'
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि ईरान ने अमेरिकी बेस पर हमले से पहले उन्हें सूचना दी थी. इस दावे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या ईरान और अमेरिका के बीच 'फिक्स्ड मैच' चल रहा है. चर्चा में यह भी सामने आया कि इजराइल और ईरान दोनों ने सीज़फायर का उल्लंघन किया है.
ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा के बावजूद, दोनों देशों द्वारा इसके उल्लंघन की खबरें सामने आई हैं. ईरान ने युद्धविराम को 'स्थगित' बताया है और कहा है कि 'हम दुश्मन के दिए हुए कोई भी वादों पर भरोसा नहीं करते और हम हमारी उंगलियां जो है जो कहते हैं कि गन के ऊपर आमादा है.' देखें 'दंगल'.
इजरायल के बीरशीबा में ईरानी अटैक से आज मंगलवार को 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि सीजफायर लागू हुए अभी कुछ घंटे ही बीते हैं. ट्रंप की ओर से सीजफायर का ऐलान भी कतर में अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरान के हमले के बाद हुआ था. कुल मिलाकर 12 दिनों के ईरान-इजरायल युद्ध को रोकने का अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का दावा आज दुनिया की सबसे बड़ी खबर है.
ये संघर्षविराम सभी पक्षों के लिए उपयोगी है. इज़रायल को इसलिए राहत मिली क्योंकि उसे भी अब नागरिक हताहत होने लगे थे और एक छोटा देश, चाहे जितना भी ताकतवर हो, लंबे युद्ध की आर्थिक कीमत नहीं उठा सकता लेकिन यह शांति कांच की तरह नाजुक है. इसका अस्तित्व इस बात पर टिका है कि ईरान और इज़रायल कितना संयम दिखाते हैं.
IDF के चीफ ने कहा है कि सीजफायर के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जा रहा है और इसका जवाब दिया जाएगा. ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा के बावजूद हमले जारी रहे, जिससे स्थिति पर भ्रम बना हुआ है. मिली जानाकारी के मुताबिक सीजफायर के बावजूद इजरायल में हमला हुआ है, जिसमें करीब 9 लोगों की मौत हुई है.
ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया, जिससे रिहायशी इलाकों में भारी तबाही हुई और कई लोगों की जान गई. ईरान ने सीजफायर उल्लंघन से इनकार किया है. ईरान के राजदूत ने कहा कि नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भरोसेमंद नहीं हैं. देखें न्यूजरूम.
सीजफायर के बाद ईरान की ओर से दागी गई मिसाइल इजरायल के बेर्शेबा में एक बिल्डिंग पर गिरी. इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई है और 20 अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत सामान्य बताई जा रही है. इसके बाद होम फ्रंट कमांड ने अलर्ट जारी कर लोगों से कहा कि अभी खतरा टला नहीं है. उन्होंने लोगों से बेवजह घरों से न निकलने की भी अपील की है.
Israel-Iran के बीच Ceasefire हुआ भी है या नहीं? ईरान के ताजा मिसाइल अटैक में 6 इजरायलियों की मौत
Iran-Israel Ceasefire Impact: ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की खबर से जहां एक ओर शेयर मार्केट में जोरदार तेजी देखने को मिली है, तो वहीं दूसरी ओर डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट आई है.
Iran Israel ceasefire: अमेरिका ने एक बार फिर वो युद्ध रुकवा दिया है जो संभवत: उसी के कहने पर शुरू हुआ था. इसी के साथ दुनिया ने राहत की सांस ली है. ईरान और इजरायल ने अब शांति का रास्ता अपनाने का वादा किया है. लेकिन एक मूल सवाल अभी भी बरकरार है. वो यह कि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई की सत्ता क्या होगा? क्या ईरान में सत्ता परिवर्तन के लिए पटकथा लिखी जा रही है?