एक आईपीएस अफसर के बयान को झूठा साबित करने के लिये गुजरात सरकार ने एक ऐसा बयान दे डाला जिससे गुजरात सरकार विवादों में फंस गई. आईपीएस अफसर संजीव भट्ट को झुठलाने के लिये सरकार ने कह दिया कि 2002 के दंगों से जुड़े कई अहम सुराग और प्रशासनिक दस्तावेजों को नष्ट कर दिया गया है.