शुभ मंगल सावधान में आज हम आपको बताएंगे स्कंदमाता के महत्व के बारे में. नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की अलसी से औषधी के रूप में पूजा होती है. अलसी एक औषधि से जिससे वात, पित्त, कफ जैसी मौसमी बीमारियों का इलाज होता है. इस औषधि को नवरात्रि में मां स्कंदमाता को चढ़ाने से मौसमी रोगों से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही स्कंदमाता की आराधना के फल स्वरूप चित्त को शांति मिलती है.
Godess Skandmata is being worshiped on the fifth day of Navratri. Today in our show Shubh Mangal Savdhan we will tell you the significance and importance of Godess Skandmata. We will also tell you how Godess Skandmata will take away all your problems and how goddess will give her mercy.