3 साल पहले शुरू होने वाले Perplexity AI ने Google के Chrome ब्राउजर को खरीदने के लिए 34.5 अरब डॉलर (करीब 3,02,152 करोड़ रुपये) का ऑफर दिया है. इसके बाद टेक वर्ल्ड में सनसनी मच गई है. इस डील की जानकारी न्यूज एजेंसी Reuters ने दी है.
Perplexity AI स्टार्टअप की शुरुआत साल 2022 में हुई थी और अब उसने साल 18 साल पुराने ब्राउजर Chrome को खरीदने के लिए ऑफर दिया है. क्रोम ब्राउजर, गूगल के लिए एक जरूरी प्रोजक्ट है, जो उसके रेवेन्यू और स्ट्रेटेजी में अहम भूमिका अदा की है.
Perplexity AI के पास है बड़ा इनवेस्टमेंट
Perplexity AI Inc. नाम का स्टार्टअप पहले ही बड़ा इनवेस्टमेंट जुटा चुका है, जो करीब 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर ( करीब 8,766 करोड़ रुपये है) है. इस स्टार्टअप में Nvidia और SoftBank जैसी कंपनियां इनवेस्ट कर चुकी हैं, जिनकी खुद की वैल्युएशन 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
Perplexity AI की कमान अरविंद श्रीनिवास संभालते हैं
अब सवाल आता है कि Perplexity AI की कमान कौन संभालता है, जिसने सुंदर पिचाई के इस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए करोंड़ों रुपये का ऑफर दे डाला है. बता देते हैं कि Perplexity के CEO और को-फाउंडर भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास हैं.
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चेन्नई में जन्मे और बनाया पावरफुल AI स्टार्टअप
चेन्नई में जन्म लेने वाले अरविंद श्रीनिवास ने IIT Madras से ग्रेजुएशन कंप्लीट की और उसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में पढ़ने के लिए चले गए . ये जानकारी उनके Linkedin प्रोफाइल से मिली है.
स्टार्टअप से पहले किया Google में काम
Perplexity की शुरुआत करने से पहले अरविंद श्रीनिवास Google और इंटरनेट के बारे में डिटेल्स से जानकारी के लिए कनाडा के कंप्यूटर साइंटिस्ट Yoshua Bengio के साथ काम कर चुके हैं.
2022 में स्टार्टअप की थी शुरुआत
साल 2022 में अरविंद श्रीनिवास ने Denis Yarats, Johnny Ho और Andy Konwinski के साथ मिलकर AI स्टार्टअप Perplexity AI की शुरुआत की थी. इसके बाद ये AI प्लेटफॉर्म तेजी से पॉपुलर हुआ.
Perplexity AI क्यों है खास?
Perplexity AI, असल में कन्वर्शेनल AI सर्च इंजन है. यह एक प्रकार से सर्च इंजन की तरह काम करता है और यूजर्स को सर्चिंग में रियल टाइम जानकारी प्रोवाइड कराता है. हाल ही में कंपनी ने अपना खुद का AI पावर्ड ब्राउजर Comet लॉन्च किया है.
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Google के लिए Chorme ब्राउजर इसलिए है जरूरी
Chrome ब्राउजर, Google की प्लानिंग और प्रोफिट्स के लिए बड़ा ही अहम प्रोडक्ट है. यह Google के ईको-सिस्टम के लिए भी जरूरी है. सबसे पहले बता देते हैं कि Chrome ब्राउजर, दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला ब्राउजर है.
जब भी कोई इंटरनेट यूजर सर्चिंग, वेबसाइट विजिट और किसी पोर्टल पर साइन-इन करते हैं. इससे Google आपकी इंफोर्मेशन को थोड़ी मात्रा में कलेक्ट करता है. ऐसे में Google को आपकी इंटरनेट ब्राउजिंग आदत को समझने में मदद मिलती है.
Google इस डेटा की मदद से सर्च इंजन को बेहतर करता है. इसके साथ ही उसको Ads टारगेट और प्रोडक्ट डिजाइन में भी फायदा होता है.
Google सर्विस के लिए इंटीग्रेशन
Chrome ब्राउजर की मदद से Google अपनी सर्विस का इंटीग्रेशन करता है. इसमें Gmail, Google Drive, YouTube, Google Docs आदि शामिल हैं. ऐसे में यूजर्स इन सर्विस तक आसानी से पहुंच सकते हैं. आसान एक्सेस की वजह से भी ये प्लेटफॉर्म काफी पॉपुलर हैं.