स्वदेशी मैसेजिंग ऐप Arattai आजकल चर्चा में है, जिसको जोहो कॉर्पोरेशन ने तैयार किया है. WhatsApp जैसे फीचर्स वाले इस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप ने कुछ दिनों के अंदर पॉपुलैरिटी का नया रिकॉर्ड हासिल कर लिया है.
तीन दिनों के अंदर इस ऐप पर साइन-अप की संख्या 100 गुना तक बढ़ चुकी है. ये ऐप iOS और एंड्रॉयड दोनों के लिए है. इस मैसेजिंग ऐप का मुकाबला WhatsApp से होगा.
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया पोस्ट
जोहो कॉर्पोरेशन को लेकर बता देते हैं कि बीते सप्ताह केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ZOHO पर स्विच करने की बात कही थी. उन्होंने X प्लेटफॉर्म (पुराना नाम Twitter) पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बताया था कि वह डॉक्यूमेंट एक्सेस, स्प्रेडशीट और प्रेजेंटेशन के लिए स्वदेशी प्रोडक्ट Zoho पर स्विच करने जा रहे हैं. इन काम के लिए बहुत से लोग Microsoft Office इस्तेमाल करते हैं.
Zoho को बनाने वाले श्रीधर वेम्बू कौन हैं?
श्रीधर वेम्बू एक भारतीय बिजनेसमैन और जोहो कॉर्पोरेशन के संस्थापक हैं. उनका जन्म तमिलनाडु के तंजावुर जिले के एक गांव में हुआ था. वेम्बू की पढ़ाई जाने-माने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास से हुई. IID मद्रास में उन्होने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की है. इसके बाद वह अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी चल गए, जहां से उन्होंने पीएचडी कंप्लीट की. इसके बाद उन्होंने अमेरिकी कंपनी क्वालकॉम में काम किया.
गांवों के विकास में बारे में सोचने वाले वेम्बू तमिलनाडु के तेनकासी के एक गांव में जाकर बस गए. वह हमेशा से ही रूरल इलाकों में टेक्नोलॉजी और रोजगार के समर्थक रहे हैं. इसके लिए उन्होंने जोहो स्कूल ऑफ लर्निंग से की थी, जो गांव के स्टूडेंट को प्रोफेशनल एजुकेशन और ट्रेनिंग देने का काम करता है. कई लोगों को उन्होंने नौकरी तक दी.
AdventNet कंपनी का नाम बदलकर किया जोहो कॉर्पोरेशन
श्रीधर वेम्बू ने कुछ समय तक नौकरी करने के बाद अमेरिका और अमेरिकी कंपनी दोनों को छोड़ा. इसके बाद वे भारत वापस आ गए. फिर उन्होंने 1996 में AdventNet नामक कंपनी की शुरुआत की थी, जिसको साल 2009 में नाम बदलकर जोहो कॉर्पोरेशन कर दिया गया. बताते चलें कि जोहो नाम पर एक प्रोजेक्ट की शुरुआत 2002 में कर दी थी.
वेम्बू की लीडरशिप में जोहो कॉर्पोरेशन ने कई बड़े काम किए और 'सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस' (SaaS) इंडस्ट्री को कई नए देसी ऐप और टूल्स भी दिए.
Arattai मैसेंजर क्यों है खास?
Arattai मैसेंजर ऐप की ये भी खास खूबी है कि ये लो कंफिग्रेशन वाले स्मार्टफोन और कमजोर नेटवर्क एरिया में बेहतर तरीके से काम कर सकेगा. जोहो के Arattai ऐप का मुकाबला WhatsApp से होगा. बताते चलें कि WhatsApp के दुनियाभर में करीब 3 अरब मंथली एक्टिव यूजर्स हैं.
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श्रीधर वेम्बू ने किया पोस्ट, बताया जोहो का सफर
श्रीधर वेम्बू ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करके बताया है कि कैसे वह अब इस मुकाम तक पहुंचे हैं. इसके लिए उन्होंने एक ग्राफिक्स को शेयर किया है. उन्होंने पोस्ट में कहा कि वे इस दुनिया की इकलौती कंपनी है, जो माइक्रोसॉफ्ट को टक्कर दे सकती है. साथ ही उनका कहना है कि उनके प्रोडक्ट माइक्रोसॉफ्ट से बेहतर एक्सपीरियंस देते हैं.
श्रीधर वेम्बू का पोस्ट
Zoho के पास बिजनेस और ऑफिस टूल्स मौजूद हैं, ये माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट की तरह सर्विस देते हैं.
Arattai- हुआ पॉपुलर, ऐप स्टोर पर बना नंबर-1
Arattai ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करके बताया है कि वह ऐप स्टोर पर सोशल नेटवर्किंग कैटेगरी में नंबर-1 की रैंक पर पहुंच गए हैं. इस ऐप का व्हाट्सऐप से मुकाबला है. कंपनी ने बताया है कि वह प्राइवेसी को प्रायोरिटी देते हैं और यूजर्स के डेटा को मॉनिटाइज नहीं करेंगे.
Arattai का क्या है अर्थ ?
Arattai एक एक तमिल शब्द है, जिसका हिंदी में मतलब बातचीत है. शुरुआत में यह ऐप Zoho के स्टाफ के लिए था और आज यह कई लोगों को पसंद आ रहा है. ऐपल के प्ले स्टोर पर नंबर-1 की पॉजिशन पर पहुंच चुका है.