इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2015 में सचिन तेंदुलकर ने कहा कि बचपन से ही उनमें क्रिकेट के प्रति दीवानगी थी. आज भी है और हमेशा रहेगी. उन्होंने कहा कि 'बहुत कम लोगों को सपनों को पूरा करने का मौका मिलता है.'