बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन की कुर्सी बचेगी, बंटेगी या जाएगी. इसका फैसला अब से कुछ घंटों के बाद ही हो जाएगा. चेन्नई में दोपहर करीब ढाई बजे बीसीसीआई की वर्किंग कमिटी की आपात बैठक है. हालांकि इस मीटिंग में कोई वोटिंग नहीं होगी लेकिन माना जा रहा है कि श्रीनिवासन अपना इस्तीफा पेश कर सकते हैं.
वैसे सूत्रों के मुताबिक ऐसा करने के लिए उन्होंने अपनी कुछ शर्ते भी रखी हैं. पहली शर्त के हिसाब से मौजूदा बोर्ड सदस्यों में से ही किसी एक को बीसीसीआई का अध्यक्ष बनाया जाए.
दूसरी शर्त ये है कि शशांक मनोहर को अध्यक्ष न बनाया जाए क्योंकि शशांक मनोहर को विरोधी खेमे यानी शरद पवार का करीबी माना जाता है.
तीसरी शर्त है कि बोर्ड में खाली हुए दो पद सचिव और कोषाध्यक्ष की नियुक्ति श्रीनिवासन अपनी पसंद से करेंगे.
आईपीएल में क्रिकेट की किरकिरी और बीसीसीआई से कई बड़े नामों के इस्तीफे के बाद से ही श्रीनिवासन पर अध्यक्ष पद की कुर्सी छोड़ने का दबाव बढ़ता जा रहा है. अब तो कुछ दूसरे सदस्यों से भी संकेत मिलने लगे हैं कि अब बहुत हुआ. श्रीनिवासन को सिंहासन छोड़ना ही होगा.
हालांकि माना ये भी जा रहा है कि अगर श्रीनिवासन की शर्तों को नहीं माना जाता है तो फिर वो इस्तीफा नहीं भी दे सकते हैं. ऐसे में मीटिंग के बाद एक साझा फॉर्मूला निकलने की बात भी सामने आ रही है.
इस स्थिति में मुमकिन है कि श्रीनिवासन ही बीसीसीआई के अध्यक्ष बने रहेंगे जबकि शशांक मनोहर को बोर्ड का कार्यकारी अधयक्ष बना दिया जाए.
बैठक में तीन सदस्यीय जांच समिति की स्थिति पर भी बात की जाएगी, क्योंकि इसके सदस्यों में से एक जगदाले इस्तीफा दे चुके हैं.
दरअसल, श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को जब से मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया तब से उनपर इस्तीफा देने का दबाव बना. लेकिन श्रीनिवासन टस से मस नहीं हुए. यहां तक कि चिड़चिड़ाकर बीसीसीआई से सीनियर अधिकारियों ने भी पद छोड़ दिया. लेकिन श्रीनिवासन अड़े रहे.
आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने रविवार को होने वाली BCCI वर्किंग कमेटी की बैठक से पहले शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया. राजीव शुक्ला के इस्तीफे से श्रीनिवासन को करारा झटका लगा. इससे पहले दो पदाधिकारी सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के पद छोड़ चुके हैं.
संजय जगदाले ने जो किया वो उनका अपना फैसला था. लेकिन इस फैसले ने एन श्रीनिवासन को झकझोर दिया होगा. क्योंकि संजय जगदाले अध्यक्ष श्रीनिवासन के बेहद करीबी माने जाते हैं. और अब एन श्रीनिवासन चारों तरफ से घिर गए हैं.
अब जो कुछ भी हो, जल्द हो जिससे क्रिकेट पर और भारत में इसे कंट्रोल करने वाले महानुभावों पर जो दाग लगे हैं. वो जल्द से जल्द धुल जाएं.
पढ़ें संबंधित खबरें-
इस्तीफा देने से पहले तीन मांगें रखेंगे श्रीनिवासन
BCCI पर नियंत्रण को लेकर सरकार को नोटिस
शराब को बढ़ावा देने पर दिल्ली HC ने BCCI को दिया नोटिस
IPL का अगला मुकाबला तिहाड़ जेल बनाम आर्थर रोड जेलः कीर्ति आजाद