भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच टेरी वॉल्श ने इस्तीफा वापस ले लिया है. मंगलवार को वॉल्श ने वेतन विवाद के कारण अपने पद से इस्तीफा देकर भारतीय हॉकी को बड़ा झटका दिया था. वॉल्श के कार्यकाल में लगभग तीन हफ्ते पहले ही भारतीय टीम ने दक्षिण कोरिया में हुए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था.
19 अक्टूबर को दिया था इस्तीफा
खुद ओलंपिक खिलाड़ी रह चुके 60 वर्षीय वॉल्श ने 19 अक्टूबर को इस्तीफा देते हुए लिखा कि उन्हें देश में खेल नौकरशाही के फैसला करने की शैली के साथ चलने में दिक्कत आ रही है. हालांकि भारतीय हॉकी के साथ वॉल्श का अनुबंध 2016 के रियो ओलंपिक तक के लिए है.
वॉल्श ने साइ महानिदेशक जिजि थॉमसन को एक लेटर लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने इस लेटर में लिखा, ‘मैं भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देता हूं जो मेरे अनुबंध की शर्तों या सभी संबंधित पक्षों की सहमति से प्रभावी होगा.’ इस पत्र को बाद में मीडिया को जारी किया गया.
कोच बनाए रखना चाहता है साइ
भुगतान विवाद के कारण वॉल्श के इस्तीफे के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक जिजी थॉमसन ने मसला हल करने का आश्वासन देते हुए कहा था कि वो चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई कोच पद पर बने रहें. थॉमसन ने कहा कि उन्होंने अपने दफ्तर में वॉल्श से मुलाकात की और उन्हें पद पर बने रहने के लिये मनाने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘मैंने वॉल्श से मुलाकात की जब वह साइ आये थे. उन्होंने कहा कि साइ से उनका कोई मसला नहीं है. मामला सुलझ जायेगा. हम चाहते हैं कि वह पद पर बने रहें.’
वॉल्श ने भी संकेत दिया था कि वह नया अनुबंध मिलने पर अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं. उन्होंने कहा था, ‘थकान का मसला तो है ही लेकिन मेरा मानना है कि मेरे मौजूदा अनुबंध में बदलाव की जरूरत है. हम सभी देख रहे हैं कि इसे किस तरह फिर से बनाया जा सकता है.’