काम कितना भी कठिन हो लेकिन अगर हौसला बुलंद है और आपके भीतर मुकाबला करने की क्षमता है, तो कुछ भी मुश्किल नहीं है.
ब्राबोर्न स्टेडियम में शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड टीम के बीच खेले गए एक रोमांचक मैच में कुछ ऐसा ही देखने को मिला. 148 रनों की छोटी चुनौती पेश करने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने दो रनों से मैच अपने नाम कर लिया. टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 44.4 ओवरों में 147 रनों पर सिमट गई. इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम 47.3 ओवरों में 145 रनों पर ऑल आउट हो गई.
आसान सा दिखने वाले लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और चेरलोट एडवर्ड्स आठ रन बनाकर मेगान शट्ट की गेंद पर पगबाधा आउट हो गईं. उनके बाद बल्लेबाजी करने आई साराह टेलर खाता भी नहीं खोल सकीं. इंग्लैंड टीम को तीसरा झटका 37 के कुल योग पर सलामी बल्लेबाज डेनियल व्याट (16) के रूप में लगा. उन्हें होली फलिंग ने जोड़ी फील्ड्स के हाथों कैच आउट कराया.
टीम के कुल योग में अभी दो रन और जुड़े थे कि एक के बाद एक तीन बल्लेबाज एरन ब्रिंडले (1), हीदर नाइट और जेनी गन पवेलियन लौट गईं. नाइट और गन खाता भी नहीं खोल सकीं. ब्रिंडले और नाइट का विकेट जुली हंटर ने चटकाया, जबकि गन को फलिंग ने बोल्ड किया. लीडिया ग्रीनवे ने सर्वाधिक 49 रनों का योगदान दिया. उन्होंने 113 गेंदों में सात चौके लगाए. अन्य बल्लेबाजों में लौरा मार्श (22), कैथरीन ब्रंट (2), होली कोल्विन (16) और एन्या श्रुबसोल ने नाबाद 13 रन बनाए. आस्ट्रेलिया की ओर से फलिंग ने तीन, शट्ट और हंटर ने दो विकेट चटकाए, जबकि लिसा स्थालेकर, सारा कोयटे, एरिन ओसबोर्न ने एक-एक विकेट हासिल किया.
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 10 रनों के कुल योग पर राचेल हेन्स (2) के रूप में उसका पहला विकेट गिरा. वह श्रुबसोल की गेंद पर उन्हीं को कैच थमा
बैठीं. इसके बाद बल्लेबाजी करने आईं जेस कैमरन अपना खाता भी नहीं खोल सकीं. उनका विकेट भी श्रुबसोल की झोली में गया. अभी टीम का कुल योग 15 ही हुआ था कि एलेक्स
ब्लैकवेल भी ब्रंट की गेंद पर टेलर को कैच दे बैठीं. ब्लैकवेल ने चार रनों का योगदान दिया.
सलामी बल्लेबाज मेग लेनिंग के रूप में चौथा विकेट गिरा. वह 17 रन बनाकर श्रुबसोल का शिकार बनीं. इसके बाद बल्लेबाजी करने आई फील्ड्स भी तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गईं. इस वक्त टीम का कुल योग 32 रन था. एक के बाद एक पांच विकेट गिरने के बाद स्थालेकर और कोयटे ने संभलकर खेलना शुरू किया. दोनों के बीच 82 रनों की महत्वपर्ण साझेदारी हुई. 32वें ओवर में स्थालेकर 114 रनों के कुल योग पर ब्रिंडले की गेंद पर बोल्ड हो गईं. उन्होंने 41 रनों का योगदान दिया.
स्थालेकर के आउट होने के बाद बल्लेबाजों का आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया. कोयटे भी 44 रन बनाकर कोल्विन की गेंद पर कैच दे बैठीं. अन्य बल्लेबाजों में शट्ट (2), फलिंग (4) और ओसबोर्न बिना कोई रन बनाए आउट हुईं. हंटर 16 रनों पर नाबाद लौटीं. इंग्लैंड की ओर से श्रुबसोल ने तीन विकेट चटकाए. ब्रंट, ब्रिंडले और कोल्विन को दो-दो सफलता मिली. वहीं गुन ने भी एक बल्लेबाज को पवेलियन का रास्ता दिखाया.