भारत की स्टार खिलाड़ी सायना नेहवाल ने लंदन ओलम्पिक की बैडमिंटन प्रतियोगिता के महिला एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है.
गुरुवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सायना ने डेनमार्क की टिने बाउन को 21-15, 22-20 से हराया. सायना पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस स्पर्धा के अंतिम-4 में जगह बनाई हैं.
2008 में बीजिंग में पहली बार ओलम्पिक में खेलते हुए सायना ने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था. विश्व की पांचवी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी सायना को चौथी वरीयता मिली है.
उल्लेखनीय है कि सायना ने बुधवार को खेले गए प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में नीदरलैंड्स की जी याओ को 21-14, 21-16 से पराजित किया था.
सायना इसके साथ ही ओलंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी. इससे पहले उन्होंने बीजिंग ओलंपिक 2008 में महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी.
सायना की पदक की राह हालांकि अब भी आसान नहीं है और अगर उन्हें पदक जीतना है तो चीन की दो खिलाड़ियों हराना होगा. इस बीच चीन की तीनों खिलाड़ी शीर्ष वरीय यिहान वैंग, दूसरी वरीय शिन वैंग और तीसरी वरीय शुएरुई ली अपने अपने मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने में सफल रही.
भारतीय स्टार साइना को फाइनल में जगह बनाने के लिए यिहान वैंग की चुनौती को तोड़ना होगा जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की सातवीं वरीय शाओ चीह चेंग को सीधे गेम में 21-14, 21-11 से हराया. दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी यिहान के खिलाफ साइना का रिकार्ड काफी खराब है और उन्हें इस चीनी खिलाड़ी के खिलाफ अपने पांचों मुकाबलों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है.